झारखंड के राजनीतिक इतिहास में भारतीय जनता पार्टी पहली बार अकेले चुनाव लड़ेगी. भाजपा नेताओं ने साफ कर दिया कि सुदेश महतो की ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के साथ गठबंधन की संभावनाएं खत्म हो गई हैं. शनिवार को इसकी पुष्टि भाजपा ने तब कर दी, जब पार्टी ने आजसू की जीती हुई दो सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. पिछली बार जुगसलाई सीट से रामचंद्र और तमाड़ सीट से विकास मुंडा ने जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार भाजपा ने मोतीराम बाउड़ी और रीता देवी मुंडा को आजसू के खिलाफ इन सीटों से उम्मीदवार बनाया है. वहीं, जगन्नाथपुर सीट से सुधीर सुंडी को चुनाव मैदान में उतारा गया है.
इसके अलावा पार्टी ने विधिवत रूप से यह भी घोषणा कर दी कि हुस्सैनाबाद सीट से निर्दलीय विनोद सिंह का पार्टी समर्थन कर रही है. शनिवार को जब गठबंधन के बारे में पूछा गया तो पार्टी के झारखंड प्रभारी ओम माथुर का कहना था कि आप लोग कह रहे हैं गठबंधन टूट चुका है तो टूट चुका है. पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. क्योंकि हर बूथ पर हमने पहले से तैयारी की है.
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भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक 71 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है और माना जा रहा है कि अगले एक दो दिनों में बाकी सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया जाएगा. हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि सुदेश महतो के खिलाफ भाजपा अपना प्रत्याशी उतारेगी या नहीं.
वहीं, दूसरी ओरे आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो ने भी शनिवार से चुनाव अभियान शुरू कर दिया. उन्होंने पहली सभा चक्रधरपुर से अपनी पार्टी के उम्मीदवार रामलाल मुंडा के समर्थन में सभा को संबोधित किया. इस सीट से झारखंड BJP अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा चुनाव लड़ रहे हैं. सुदेश महतो ने BJP सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क है. उन्होंने कहा कि अगर जनता का समर्थन मिल गया तो 30 विधानसभा क्षेत्र को भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा के चंगुल से मुक्त कराया जा सकता है.
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