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कार्तिकेय चंद्रेश गुप्ता ने इस साल के जेईई एडवांस्ड में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है. महाराष्ट्र के रहने वाले चंद्रेश में पिछले दो सालों से मुंबई में रहकर कोचिंग के साथ इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. एनडीटीवी से बातचीत में कार्तिकेय ने इस परीक्षा की तैयारी की स्ट्रेटेजी को विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि टीचर जो पढ़ाते थे उसे दोहराने में कार्तिकेय हर रोज़ करीब एक से डेढ़ घंटा लगाते थे. जहां तक सब्जेक्ट्स की बात है, कार्तिकेय हर रोज तीन से चार घंटे सिर्फ फिजिक्स को पढ़ने में लगाते थे. फिर दो से तीन घंटे न्यूमेरिकल्स की प्रैक्टिस में उनका वक़्त जाता था. पिछले सालों के टॉपर्स से अगर तुलना करें तो कार्तिकेय की स्ट्रेटेजी भी काफी कुछ उनसे मिलती-जुलती है. मसलन, उन्होंने भी फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में सबसे ज्यादा वक़्त फिजिक्स को दिया.
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कार्तिकेय ने बेसिक बुक के रूप में एच सी वर्मा की किताब का इस्तेमाल किया, केमिस्ट्री में मोटे तौर पर एनसीईआरटी को बेसिक रिसोर्स की तरह तैयार किया और मैथ्स के लिए अरिहंत प्रकाशन की किताब. अगर फिजिक्स के विस्तार में जाएं तो कार्तिकेय बताते हैं कि मैकेनिक्स में आपका काफी वक़्त जाता है. 11वीं में शुरुआत के छह महीने तो आपके इसी में निकल जाते हैं. इसके लिए आपकी कैलकुलस, वेक्टर, कोआर्डिनेट जुमेट्री वगैरह की समझ अच्छी होनी चाहिए. इसके अलावा फिजिक्स में आपको कायनेमैटिक्स और थर्मोडायनामिक्स को भी अच्छे से तैयार करना चाहिए.
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कार्तिकेय बताते हैं कि पीटर साइकस छोटी सी किताब है लिहाजा आपका खास वक़्त भी नहीं जाता है. इनऑर्गेनिक में पी-ब्लॉक, केमिकल बॉन्डिंग ये दो खास ध्यान रखने वाले टॉपिक्स हैं. अगर मैथ्स की बात करें तो अरिहंत प्रकाशन की किताब के अलावा एसएल लोनी की किताब से उन्होंने पढाई की. कार्तिकेय कहते हैं कि प्रॉब्लम्स सॉल्व करने में कई बार आप अटकते हैं, तो ऐसे में जल्दी हार मत मानिये. इससे फायदा ये होगा कि अगर आपने थोड़ा ज्यादा वक़्त लगा कर उस सवाल को सॉल्व कर लिया तो आपको न सिर्फ वो प्रोसेस याद हो जायेगा बल्कि आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा.
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