खास बातें
- पार्टी ने जयललिता के मौखिक सहमति देने का दिया संकेत
- विपक्षी नेताओं करुणानिधि और रामदास ने उठाए थे सवाल
- बुधवार को अमित शाह और अरुण जेटली भी जया का हालचाल लेने पहुंचे
चेन्नई: विपक्ष के आरोपों के बीच बुधवार को सत्ताधारी अन्नाडीएमके ने संकेत दिया कि वित्त मंत्री जयललिता ने वित्त मंत्री ओ पनीरसेल्वम को उनके विभाग सौंपे जाने पर मौखिक सहमति दी थी. पार्टी ने यह भी कहा कि डॉक्टरों के मुताबिक ''जयललिता तेजी से स्वस्थ हो रही हैं और अखबार भी पढ़ने लगी हैं.''
अन्नाडीएमके प्रवक्ता सीआर सरस्वती ने NDTV से कहा, ''पनीरसेल्वम को उनके विभागों का कामकाज संबंधी संदेश जयललिता को भेजा गया था जिस पर उन्होंने 'सहमति' दी. संक्रमण के चलते हर कोई जयललिता के पास नहीं जा सकता. केवल डॉक्टर ही जा सकते हैं और इसी तरह उनको संदेश दिया गया. मुख्यमंत्री की सलाह के बिना, अन्नाडीएमके में कुछ नहीं होता.''
सरस्वती ने यह भी कहा, ''डॉक्टरों के मुताबिक जयललिता अखबार पढ़ने लगी हैं और तेजी से स्वस्थ हो रही हैं. अस्पताल इस मामले में झूठी रिपोर्ट नहीं देगा.''
अन्नाडीएमके की प्रतिक्रिया ऐसे वक्त आई है जब मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके के मुखिया एम करुणानिधि ने बुधवार को गवर्नर सी विद्यासागर राव के उस बयान पर 'आश्चर्य' व्यक्त किया जिसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री जयललिता की 'सलाह' पर उनके आठ विभाग का कामकाज वित्त मंत्री ओ पनीरसेल्वम को सौंपा जा रहा है. उन्होंने अपने बयान में कहा, ''कुछ लोगों के जे़हन में यह सवाल उठ रहा है कि पनीरसेल्वम को कामकाज सौंपने संबंधी सलाह वाली फाइल पर क्या मुख्यमंत्री ने हस्ताक्षर किए हैं.''
इसी तरह पीएमके नेता एस रामदास ने सवाल किया कि गवर्नर को बताना चाहिए कि आखिर किस तरह जयललिता ने यह बदलाव संबंधी सलाह उन्हें दी. उन्होंने कहा, ''गवर्नर को असंबंधित लोगों को सरकारी मशीनरी पर नियंत्रण का अधिकार नहीं देना चाहिए. हर चीज संविधान के अनुसार होनी चाहिए. जब तक गवर्नर स्थिति स्पष्ट नहीं करते तब तक तमिलनाडु में शासन के संबंध में संशय बना रहेगा.''
उल्लेखनीय है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने के लिए बुधवार को चेन्नई के अपोलो अस्पताल पहुंचे. जयललिता यहां पिछले 20 दिनों से भर्ती हैं. डॉक्टरों के मुताबिक उनके फेफड़ों के संक्रमण का यहां इलाज हो रहा है.
अमित शाह और अरुण जेटली अस्पताल में 20 मिनट रहे और उसके बाद रिपोर्टरों से बिना कुछ कहे चले गए. लेकिन बाद में ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने अस्पताल गए थे और उनके ''जल्दी स्वस्थ'' होने की कामना की.