जयललिता (फाइल फोटो)
चेन्नई:
राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी के मुखिया एम करुणानिधि ने बुधवार को गवर्नर सी विद्यासागर राव के उस बयान पर 'आश्चर्य' व्यक्त किया जिसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री जयललिता की 'सलाह' पर उनके आठ विभाग का कामकाज वित्त मंत्री ओ पनीरसेल्वम को सौंपा जा रहा है. उन्होंने अपने बयान में कहा, ''कुछ लोगों के जे़हन में यह सवाल उठ रहा है कि पनीरसेल्वम को कामकाज सौंपने संबंधी सलाह वाली फाइल पर क्या मुख्यमंत्री ने हस्ताक्षर किए हैं.''
उन्होंने यह भी सवाल किया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू और डीएमके नेता एमके स्टालिन ने भी अस्पताल का दौरा किया था लेकिन ''उन्हें सीधे मुख्यमंत्री से मिलने का अवसर नहीं दिया गया और डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में उन्हें जानकारी दी.''
इसी तरह पीएमके नेता एस रामदास ने सवाल किया कि गवर्नर को बताना चाहिए कि आखिर किस तरह जयललिता ने यह बदलाव संबंधी सलाह उन्हें दी. उन्होंने कहा, ''गवर्नर को असंबंधित लोगों को सरकारी मशीनरी पर नियंत्रण का अधिकार नहीं देना चाहिए. हर चीज संविधान के अनुसार होनी चाहिए. जब तक गवर्नर स्थिति स्पष्ट नहीं करते तब तक तमिलनाडु में शासन के संबंध में संशय बना रहेगा.''
यह सवाल ऐसे समय में उठे हैं जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने के लिए आज चेन्नई के अपोलो अस्पताल पहुंचे. जयललिता यहां पिछले 20 दिनों से भर्ती हैं. डॉक्टरों के मुताबिक उनके फेफड़ों के संक्रमण का यहां इलाज हो रहा है.
अमित शाह और अरुण जेटली अस्पताल में 20 मिनट रहे और उसके बाद रिपोर्टरों से बिना कुछ कहे चले गए. लेकिन बाद में ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने अस्पताल गए थे और उनके ''जल्दी स्वस्थ'' होने की कामना की.
उन्होंने यह भी सवाल किया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू और डीएमके नेता एमके स्टालिन ने भी अस्पताल का दौरा किया था लेकिन ''उन्हें सीधे मुख्यमंत्री से मिलने का अवसर नहीं दिया गया और डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के बारे में उन्हें जानकारी दी.''
इसी तरह पीएमके नेता एस रामदास ने सवाल किया कि गवर्नर को बताना चाहिए कि आखिर किस तरह जयललिता ने यह बदलाव संबंधी सलाह उन्हें दी. उन्होंने कहा, ''गवर्नर को असंबंधित लोगों को सरकारी मशीनरी पर नियंत्रण का अधिकार नहीं देना चाहिए. हर चीज संविधान के अनुसार होनी चाहिए. जब तक गवर्नर स्थिति स्पष्ट नहीं करते तब तक तमिलनाडु में शासन के संबंध में संशय बना रहेगा.''
यह सवाल ऐसे समय में उठे हैं जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने के लिए आज चेन्नई के अपोलो अस्पताल पहुंचे. जयललिता यहां पिछले 20 दिनों से भर्ती हैं. डॉक्टरों के मुताबिक उनके फेफड़ों के संक्रमण का यहां इलाज हो रहा है.
अमित शाह और अरुण जेटली अस्पताल में 20 मिनट रहे और उसके बाद रिपोर्टरों से बिना कुछ कहे चले गए. लेकिन बाद में ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य का हाल-चाल लेने अस्पताल गए थे और उनके ''जल्दी स्वस्थ'' होने की कामना की.
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