जम्मू:
जम्मू-कश्मीर सरकार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को स्पष्ट कर दिया है कि यदि वह गणतंत्र दिवस पर श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा फहराने की अपनी योजना पर आगे बढ़ी, तो सरकार बल प्रयोग के लिए मजबूर होगी। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने भाजपा नेतृत्व को स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर में पार्टी की तिरंगा यात्रा अवांछित है, क्योंकि इससे प्रदेश का शांतिपूर्ण माहौल बिगड़ सकता है। सूत्रों ने कहा कि सरकार रैली में शामिल लोगों को प्रदेश की सीमा से बाहर रोकने के लिए बल प्रयोग कर सकती है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक गुरुवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में ऐसे किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा, जिससे शांति-व्यवस्था भंग होने की आशंका हो। जम्मू-कश्मीर पुलिस जम्मू से 90 किलोमीटर दूर पंजाब के लखनपुर से सटी प्रदेश की सीमा सील कर रही है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी गणतंत्र दिवस पर विभाजनकारी एजेंडे को बढ़ावा देने से बचने की अपील की है। तिरंगा यात्रा कोलकाता से 12 जनवरी को भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में शुरू हुई थी। अलगाववादियों ने भी 26 जनवरी को श्रीनगर के लालचौक पर जवाबी रैली निकालने और काले झंडे फहराने की घोषणा की है।
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