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This Article is From Oct 16, 2021

प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ITBP के 'कोरोना योद्धा' डॉक्टर पास आउट

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के 38 युवा डॉक्टरों ने 24 सप्ताह का बुनियादी प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सहायक कमांडेंट / चिकित्सा अधिकारियों के एक बैच के राजपत्रित अधिकारी कम्बैटाइजेशन कोर्स के तहत प्रशिक्षण पूरा किया.

प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ITBP के 'कोरोना योद्धा' डॉक्टर पास आउट
ITBP अकादमी के परेड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड और शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया.
मसूरी:

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (Indo-Tibetan Border Police) के 38 युवा डॉक्टरों ने 24 सप्ताह का बुनियादी प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सहायक कमांडेंट / चिकित्सा अधिकारियों के बैच के लिए राजपत्रित अधिकारी कम्बैटाइजेशन कोर्स के तहत प्रशिक्षण पूरा किया. आईटीबीपी अकादमी के परेड ग्राउंड में एक औपचारिक पासिंग आउट परेड और शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें इन नव अधिकारियों ने राष्ट्र की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने की शपथ ली. इस मौके पर आईटीबीपी महानिदेशक संजय अरोरा ने युवा डॉक्टरों को रैंक लगाए. इस प्रशिक्षण के प्रारंभ एवं मध्य में इन चिकित्सा अधिकारियों (जिसमें 14 महिला चिकित्सक भी शामिल हैं) ने सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर, (एसपीसीसीसी) राधा स्वामी ब्यास छतरपुर, नई दिल्ली में कोविड-19 की ड्यूटी पर तैनात रहकर सेवाएं दी हैं.  

कोविड -19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान आईटीबीपी द्वारा संचालित एसपीसीसीसी ने 13,000 से अधिक कोविड-19 रोगियों का इलाज किया है.  ये डॉक्टर कोविड -19 कर्तव्यों का निर्वहन करने और इस विशाल कोविड केंद्र का अनुभव प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षण पूरी करने के लिए अकादमी लौट आए हैं. इस अनुकरणीय सेवा के लिए प्रशिक्षु अधिकारियों को उनकी प्रशिक्षण अवधि के दौरान ही महानिदेशक के प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया था. 

इन अधिकारियों को टैक्टिक्स, वेपन हैंडलिंग, फिजिकल ट्रेनिंग, इंटेलिजेंस, फील्ड इंजीनियरिंग, मैप रीडिंग, एडमिनिस्ट्रेशन, लॉ और ह्यूमन राइट्स जैसे विभिन्न विषयों में प्रशिक्षित किया गया, जिससे वे चिकित्सा अधिकारियों के रूप में अपने कर्तव्यों के साथ आईटीबीपी के कार्यों के अनुरूप प्रशिक्षित हुए और इससे उनको आईटीबीपी में कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए तैयार किया जा सका है. इस दौरान एसी/एमओ डॉ विशाल चौधरी को बैच के बेस्ट इन इंडोर, बेस्ट इन आउटडोर और ओवर ऑल बेस्ट ट्रेनी की ट्रॉफी से सम्मानित किया गया. 

आईटीबीपी के महानिदेशक संजय अरोरा ने परेड की सलामी ली और अपने संबोधन में पास आउट हो रहे अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी को 18,800 फीट तक की ऊंचाईयों पर सीमा चौकियों पर अत्यंत कठोर इलाकों में तैनात किया जाता है, जहां तापमान माइनस 45 डिग्री तक गिर जाता है. हिमालय में उच्च ऊंचाई वाली सीमाओं की रक्षा के अलावा, बल आंतरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन आदि में तैनात है और हमेशा मातृभूमि की सेवा करके दिया है. 

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