प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) की पूरी क्षमता का उपयोग तभी संभव है जब इस क्षेत्र में आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल हो. वहीं उनके नेपाल समकक्ष के पी ओली ने आठ देशों के इस क्षेत्रीय समूह का शिखर सम्मेलन बैठक जल्दी आयोजित करने की वकालत की. सार्क देशों के 36वें चार्टर दिवस पर मोदी ने अपने संदेश में ‘‘आतंकवाद का समर्थन और उसे पोषित करने वाली ताकतों'' को पराजित करने की प्रतिबद्धता जताने का भी आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सार्क की पूरी क्षमता का उपयोग तभी संभव है जब माहौल आतंकवाद और हिंसा से मुक्त होगा. 36वें सार्क चार्टर दिवस पर आईए हम सभी पुन: एक बार आतंकवाद का समर्थन और उसे पोषित करने वाली ताकतों को पराजित करने के संकल्प को दोहराएं.''
मोदी ने इस अवसर पर कहा कि भारत एक एकीकृत, युक्त, सुरक्षित और समृद्ध दक्षिण एशिया के लिए प्रतिबद्ध है और इस क्षेत्र के आर्थिक, प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक और सामाजिक विकास में निरंतर सहयोग करता रहेगा. ओली ने अपने संदेश में कहा, ‘‘जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई के साथ आगे बढ़ने का समय आ गया है. इसके लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता की जरूरत है. सार्क की रूकी हुई प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए शिखर सम्मेलन की बैठक जल्द बुलाने की जरूरत है.'' सार्क देशों में भारत और नेपाल के अलावा अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव और श्रीलंका शामिल हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं