प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के लोकप्रिय इंटरनेट साइट वीकिपीडिया पर उपलब्ध जीवन परिचय को संपादित कर उस पर आपत्तिजनक टिप्पणियां डालने वाले सूत्र का पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की गई है।
सरकार ने बुधवार को लोकसभा में यह जानकारी दी। एक जुलाई को कई मीडिया रिपोर्ट में यह आया था कि विकीपीडिया पर नेहरू के परिचय को कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियों के साथ संपादित किया गया है। विकीपीडिया ने अपनी नीति के अनुसार इस बदलाव को वापस ले लिया था।
दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने लोकसभा में बुधवार को एक सवाल के लिखित जवाब में बताया, ‘‘ घटना की जांच और संपादन के स्रोत का पता लगाने के लिए कार्रवाई शुरू की गई है। ’’ मंत्री इस मुद्दे पर सरकार द्वारा की गयी कार्रवाई के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
प्रसाद ने बताया कि विकीपीडिया वेबसाइट पर प्रकाशित सूचना के अनुसार, यह एक बहुभाषीय , वेब आधारित , मुफ्त विषय वस्तु इनसाइक्लोपीडिया परियोजना है जिसका समर्थन ‘विकीमीडिया फाउंडेशन ’’ करता है। इसमें उपलब्ध कराई जाने वाली सामग्री को संपादित करने की अनुमति है।
विकीमीडिया एक अमेरिका स्थित गैर लाभकारी संगठन है जो विकीपीडिया तथा अन्य निशुल्क ज्ञान परियोजनाओं का संचालन करता है। विकीपीडिया एक स्वतंत्र मंच उपलब्ध कराता है और लोगों को किसी भी विषय पर लेख लिखने की अनुमति प्रदान करता है।
प्रसाद ने बताया, ‘‘ विकीपीडिया की वेबसाइट पर उपलब्ध लेखों को इंटरनेट तक पहुंच रखने वाला कोई भी व्यक्ति संपादित कर सकता है , सिवाय कुछ सीमित मामलों को छोड़कर जहां संपादन पर तोड़ मरोड़ की आशंका के चलते रोक लगाई गई हो।’’ उन्होंने साथ ही बताया कि इस प्रकार इंटरनेट इस्तेमालकर्ता गुमनाम रहकर और अपनी पहचान छुपाकर लेख का संपादन कर सकते हैं।
इससे पूर्व , कांग्रेस पार्टी ने जवाहरलाल नेहरू के संबंध में विकीपीडिया पर उपलब्ध पेजों का एक केंद्र सरकार के आईपी पते से संपादन किए जाने की रिपोर्टे आने के बाद ‘‘पूर्ण जांच ’’ की मांग करने के साथ ही एक आपराधिक मामला दर्ज कराया था।
सरकार ने बुधवार को लोकसभा में यह जानकारी दी। एक जुलाई को कई मीडिया रिपोर्ट में यह आया था कि विकीपीडिया पर नेहरू के परिचय को कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियों के साथ संपादित किया गया है। विकीपीडिया ने अपनी नीति के अनुसार इस बदलाव को वापस ले लिया था।
दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने लोकसभा में बुधवार को एक सवाल के लिखित जवाब में बताया, ‘‘ घटना की जांच और संपादन के स्रोत का पता लगाने के लिए कार्रवाई शुरू की गई है। ’’ मंत्री इस मुद्दे पर सरकार द्वारा की गयी कार्रवाई के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
प्रसाद ने बताया कि विकीपीडिया वेबसाइट पर प्रकाशित सूचना के अनुसार, यह एक बहुभाषीय , वेब आधारित , मुफ्त विषय वस्तु इनसाइक्लोपीडिया परियोजना है जिसका समर्थन ‘विकीमीडिया फाउंडेशन ’’ करता है। इसमें उपलब्ध कराई जाने वाली सामग्री को संपादित करने की अनुमति है।
विकीमीडिया एक अमेरिका स्थित गैर लाभकारी संगठन है जो विकीपीडिया तथा अन्य निशुल्क ज्ञान परियोजनाओं का संचालन करता है। विकीपीडिया एक स्वतंत्र मंच उपलब्ध कराता है और लोगों को किसी भी विषय पर लेख लिखने की अनुमति प्रदान करता है।
प्रसाद ने बताया, ‘‘ विकीपीडिया की वेबसाइट पर उपलब्ध लेखों को इंटरनेट तक पहुंच रखने वाला कोई भी व्यक्ति संपादित कर सकता है , सिवाय कुछ सीमित मामलों को छोड़कर जहां संपादन पर तोड़ मरोड़ की आशंका के चलते रोक लगाई गई हो।’’ उन्होंने साथ ही बताया कि इस प्रकार इंटरनेट इस्तेमालकर्ता गुमनाम रहकर और अपनी पहचान छुपाकर लेख का संपादन कर सकते हैं।
इससे पूर्व , कांग्रेस पार्टी ने जवाहरलाल नेहरू के संबंध में विकीपीडिया पर उपलब्ध पेजों का एक केंद्र सरकार के आईपी पते से संपादन किए जाने की रिपोर्टे आने के बाद ‘‘पूर्ण जांच ’’ की मांग करने के साथ ही एक आपराधिक मामला दर्ज कराया था।
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