पिछले साल जब आईएनएस कोलकाता को भारतीय नौसेना में जब शामिल किया था तब यह हवाई मिसाइल से लैस नहीं था। अब ये जंगी जहाज आने वाले चार-पांच महीने में ऐसे मिसाइल से लैस हो जाएगा कि इसकी ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। इस मिसाइल के जरिये हमला करने वाले दुश्मन मिसाइल को 70 किलोमीटर दूरी तक मार गिरा सकता है। 60 हजार टन वजनी आईएनएस कोलकाता देश में बना सबसे बड़ा जंगी जहाज़ है। आठ महीने पहले ही इस युद्धपोत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुबंई में राष्ट्र को समर्पित किया।
लंबी दूरी की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल को इस्राइल की कंपनी और डीआरडीओ ने खासतौर पर भारतीय जंगी जहाज के लिए बनाया है। ये भारत की जमीन से हवा में मार करने वाली सबसे लंबी दूरी की मिसाइल है जिसका निशाना चूकने का कोई सवाल ही नहीं है।
इस्राइल में इस मिसाइल के सारे ट्रायल सफल रहे हैं और अब इसे देश में लाकर ट्रायल करके आईएनएस कोलकाता में फिट कर दिया जाएगा। इसके बाद इसी क्लास के बनने वाले दूसरे जंगी जहाज मसलन आईएनएस कोच्चि, चेन्नई में फिट किया जाएगा।
इस मिसाइल को बराक 8 भी कहा जाता है जिसे इस्राइल के साथ मिलकर विकसित किया गया है। इससे पहले भारत के पास बराक-1 मिसाइल थी लेकिन उसकी रेंज बहुत कम थी। पुरानी बराक की तुलना में नई मिसाइल न केवल में अचूक है बल्कि काफी तेजी से हमला करती है। इस मिसाइल को बाद में भारतीय वायुसेना में भी पिचौरा की जगह में शामिल किया जाएगा।
ये जंगी जहाज आईएनएस विक्रमादित्य या विराट के साथ चलेगा तो उसके लिए सुरक्षा कवच होगा जिसे भेदना किसी के लिए आसान नहीं होगा। यकीनन यह मिसाइल दधीचि के कवच के जैसी होगी जो अभेद्द होगी।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर-नवंबर महीने में पिछले वर्ष इस्राइल में इस मिसाइल का परीक्षण किया गया था जो सफल रहा था। अब यह भारत आएगी और फिर इसका परीक्षण होगा और तब यह युद्धपोत में शामिल होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि अप्रैल-मई तक यह काम हो पाएगा और आईएनएस कोलकाता पूरी तरह से ऑपरेश्नल हो पाएगा।
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