भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार शाम को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C49 प्रक्षेपण यान से पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (EOS-01) और साथ ही नौ अंतर्राष्ट्रीय उपग्रह सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं.
23 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक राष्ट्रव्यापी कोरोनावायरस लॉकडाउन शुरू करने के बाद से यह राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी का पहला प्रक्षेपण है. लॉन्च 26 घंटे की उलटी गिनती के बाद दोपहर 3.12 बजे हुआ. समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि उड़ान मार्ग में मलबा आने के कारण प्रक्षेपण में 10 मिनट की देरी हुई.
#EOS01 successfully separated from fourth stage of #PSLVC49 and injected into orbit#ISRO pic.twitter.com/2u5jBPGNQD
— ISRO (@isro) November 7, 2020
#PSLVC49 lifts off successfully from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota#ISRO #EOS01 pic.twitter.com/dWCBbKty8F
— ISRO (@isro) November 7, 2020
दोपहर 3.28 बजे इसरो ने ट्वीट किया कि पीएसएलवी के चौथे चरण (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल - भारत के कार्यक्रम का वर्कहॉर्स जिसने अब अपना 51 वां लॉन्च पूरा कर लिया है) के चौथे चरण से उपग्रह सफलतापूर्वक अलग हो गया और इसे ग्रह के चारों ओर कक्षा में इंजेक्ट किया गया.
इसरो ने कहा है कि EOS-01 कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन सहायता में इस्तेमाल होने वाला एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है.ग्राहक उपग्रहों में लिथुआनिया से एक, और क्रमशः लक्समबर्ग और संयुक्त राज्य अमेरिका के चार सैटेलाइट शामिल हैं.
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