केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि Drug Controller General of India (DCGI) ने न्यूमोनिया के लिए भारत में बने पहले पूरी तरह से स्वदेशी टीके यानी वैक्सीन को अपनी मंजूरी दे दी है. रेगुलेटरी बोर्ड ने Special Expert Committee (SEC) के साथ मिलकर Pneumococcal Polysaccharide Conjugate वैक्सीन के पहले, दूसरे और तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल में सामने आए डेटा की समीक्षा की, जिसके बाद इसे बाजार में लाने की मंजूरी दी गई है. इस वैक्सीन को पुणे की फर्म Serum Institute of India ने बनाया है. यह टीका इंट्रामस्कुलर यानी पेशियों में लगाए जाने वाला है.
मंत्रालय ने बताया कि वैक्सीन को न्यूमोनिया और नवजात शिशुओं में Streptococcus pneumonia के चलते होने वाले न्यूमोनिया में इसका इस्तेमाल किया जाएगा.
सीरम इंस्टीट्यूट ने इस वैक्सीन के भारत में तीन चरणों में क्लीनिकल ट्रायल के लिए पहले DCGI से अप्रूवल लिया था, जिसके बाद देशभर में इसके ट्रायल किए जा चुके हैं. कंपनी ने भारत के अलावा गैंबिया में भी इसका ट्रायल किया है. इसके बाद फर्म ने इसको मंजूरी देने और वैक्सीन का उत्पादन किए जाने के लिए रेगुलेटर के पास अपना प्रोजेक्ट भेजा.
मंत्रालय ने बताया कि स्पेशल एक्सपर्ट कमिटी ने 14 जुलाई को सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाए गए देश में निर्मित पहले न्यूमोनिया के Pneumococcal Polysaccharide Conjugate वैक्सीन को बाजार में उतारने की अनुमति दी है.
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इसके पहले न्यूमोनिया के वैक्सीन की मांग लाइसेंसी आयात के जरिए पूरी की जाती थी क्योंकि अब तक इस बीमारी के लिए वैक्सीन बनाने वाली सारी कंपनियां विदेशी थीं.
Video: अल्कोहल सैनेटाइजर पर 18% जीएसटी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं