रेलवे ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के रिआसी जिले में चेनाब नदी पर बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के मुख्य आर्च के दोनों हिस्सों को जोड़ने में कामयाबी पा ली है. यह पुल नदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर है, जो पेरिस के एफिल टावर से भी 30 मीटर ऊंचा है. रेलवे के अधिकारियों ने इसे ‘ऐतिहासिक' पल बताया. रेल मंत्री पीयूष गोयल (Railways Minister Piyush Goyal) ने हाल ही में ट्विटर पर यह सूचना साझा की.
उन्होंने लिखा है, ‘‘ऐतिहासिक पल. चेनाब पुल का निचला आर्च आज पूरा हो गया. अब इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना ऊपरी आर्च का काम भी पूरा होगा.'' मंत्री ने इस पल का वीडियो साझा करते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल होने वाला है.
इसका निर्माण तीन साल से कुछ अधिक समय पहले प्रारंभ हुआ था. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसे इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिहाज से नायाब नमूना बताते हुए जम्मू-कश्मीर में चेनाब नदी पर स्टील के ढांचे पर बने 476 मीटर लंबे इस ब्रिज का फोटो शेयर किया था. उन्होंने ट्वीट में लिखा, "इन्फ्रास्ट्रक्चर मार्बल इन मेकिंग. भारतीय रेलवे एक और इंजीनियरिंग मील का पत्थर हासिल करने की राह पर है. यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज होगा."
इंद्रधनुष के आकार का यह ब्रिज रेलवे के उस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का हिस्सा है जो कश्मीर को शेष भारत से जोड़ेगा. इस ब्रिज के लिए काम नवंबर 2017 में प्रारंभ हुआ था. 1250 करोड़ रुपये की लागत का यह ब्रिज चेनाब नदी के तल से 359 मीटर ऊपर और पेरिस के मशहूर एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा होगा.
इतना ही नहीं, यह रेलवे ब्रिज रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता वाले भूकंप और अति तीव्रता के विस्फोट का भी बखूबबी सामना कर सकेगा. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इसमें संभावित आतंकी खतरों और भूकंप को लेकर सुरक्षा प्रणाली (security setup) भी होगी. ब्रिज की कुल लंबाई 1315 मीटर है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं