वायु सेना राफेल विमानों का स्वागत करने के लिए तैयार है
नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना अपनी 'गोल्डन ऐरोज' 17 स्क्वाड्रन को फिर से गठित कर सकती है जो राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली इकाई होगी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ मंगलवार को अंबाला वायु सेना केंद्र पर एक समारोह में 17 स्क्वाड्रन को फिर से शुरू करेंगे. वायु सेना राफेल विमानों का स्वागत करने के लिए तैयार है. करगिल युद्ध के समय 1999 में धनोआ ने 'गोल्डन ऐरोज' 17 स्क्वाड्रन की कमान संभाली थी. बठिंडा वायु सेना केंद्र से संचालित स्क्वाड्रन को 2016 में बंद कर दिया गया था. तब वायु सेना ने रूस निर्मित मिग 21 विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाना शुरू किया था.