नई दिल्ली:
देशभर में एकल इमरजेंसी नंबर ‘112’ 1 जनवरी से शुरू होगा। इससे उन लोगों को मदद मिल सकेगी जिन्हें पुलिस, एंबुलेंस या अग्मिशमन विभाग की सहायता की जरूरत है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, एकल इमरजेंसी नंबर ‘112’ 1 जनवरी से चालू हो जाएगा। दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सभी आपात सेवाओं के लिए एकल नंबर के प्रावधान को मंजूरी दे दी है। यह अमेरिका में सभी आपात सेवाओं के एक नंबर ‘911’ की तर्ज पर है।
अन्य सभी आपात नंबर धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगे
खास बात है कि यह सेवा उन सिम या लैंडलाइन पर भी उपलब्ध होगी, जिनकी आउटगोइंग सुविधा रोक दी गई। परेशानी में फंसा कोई भी व्यक्ति ‘112’ नंबर पर कॉल करेगा तो उसकी कॉल तत्काल संबंधित विभाग को स्थानांतरित की जाएगी। 112 नंबर शुरू होने के बाद अन्य सभी मौजूदा आपात नंबर धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगे। यह इस नई सुविधा को लेकर जागरूकता पर निर्भर करेगा।
एसएमएस के जरिये भी पहुंचा सकता है बात
फिलहाल देश में पुलिस के लिए 100 नंबर डायल करना होता। फायरब्रिगेड के लिए 101, एंबुलेंस के लिए 102 तथा आपात आपदा प्रबंधन के लिए 108 नंबर डायल करना होता है। अधिकारी ने कहा कि दूरसंचार ऑपरेटरों को सभी इमरजेंसी कॉल्स को 112 नंबर पर स्थानांतरित करने को कहा गया है। कोई व्यक्ति एसएमएस के जरिये भी अपनी बात पहुंचा सकता है। यह प्रणाली कॉलर के गंतव्य का पता लगा लेगी और उसे नजदीकी सहायता केंद्र से साझा करेगी।
लोग इस 112 नंबर को पैनिक बटन प्रणाली में फीड कर सकेंगे। कानून के तहत पैनिक बटन सुविधा भी सभी मोबाइल फोनांे पर एक जनवरी से उपलब्ध होगी। पैनिक बटन के जरिये प्रयोगकर्ता सिर्फ एक बटन दबाकर कई नंबरांे पर इमरजेंसी कॉल कर सकेंगे या अलर्ट भेज सकेंगे।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अन्य सभी आपात नंबर धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगे
खास बात है कि यह सेवा उन सिम या लैंडलाइन पर भी उपलब्ध होगी, जिनकी आउटगोइंग सुविधा रोक दी गई। परेशानी में फंसा कोई भी व्यक्ति ‘112’ नंबर पर कॉल करेगा तो उसकी कॉल तत्काल संबंधित विभाग को स्थानांतरित की जाएगी। 112 नंबर शुरू होने के बाद अन्य सभी मौजूदा आपात नंबर धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगे। यह इस नई सुविधा को लेकर जागरूकता पर निर्भर करेगा।
एसएमएस के जरिये भी पहुंचा सकता है बात
फिलहाल देश में पुलिस के लिए 100 नंबर डायल करना होता। फायरब्रिगेड के लिए 101, एंबुलेंस के लिए 102 तथा आपात आपदा प्रबंधन के लिए 108 नंबर डायल करना होता है। अधिकारी ने कहा कि दूरसंचार ऑपरेटरों को सभी इमरजेंसी कॉल्स को 112 नंबर पर स्थानांतरित करने को कहा गया है। कोई व्यक्ति एसएमएस के जरिये भी अपनी बात पहुंचा सकता है। यह प्रणाली कॉलर के गंतव्य का पता लगा लेगी और उसे नजदीकी सहायता केंद्र से साझा करेगी।
लोग इस 112 नंबर को पैनिक बटन प्रणाली में फीड कर सकेंगे। कानून के तहत पैनिक बटन सुविधा भी सभी मोबाइल फोनांे पर एक जनवरी से उपलब्ध होगी। पैनिक बटन के जरिये प्रयोगकर्ता सिर्फ एक बटन दबाकर कई नंबरांे पर इमरजेंसी कॉल कर सकेंगे या अलर्ट भेज सकेंगे।
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