'प्रहार' मिसाइल का भारी बारिश के बीच ओडिशा तट से सफलतापूर्वक परीक्षण किया. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
बालेश्वर (ओडिशा):
भारत ने स्वदेश में विकसित और सतह से सतह पर कम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'प्रहार' का गुरुवार को भारी बारिश के बीच ओडिशा तट से सफलतापूर्वक परीक्षण किया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित 'प्रहार' मल्टी बैरल रॉकेट प्रणाली 'पिनाका' और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल 'पृथ्वी' के अंतरों को पाटने में सक्षम है. इसके अलावा वह विभिन्न दिशाओं में कई लक्ष्यों को साध सकती है.
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सूत्रों ने बताया कि यह परीक्षण सफल रहा, क्योंकि लक्ष्य तक पहुंचने से पहले इसने 200 किलोमीटर तक की दूरी तय की और मिशन के सभी लक्ष्यों को प्राप्त किया. इस अत्याधुनिक मिसाइल का यहां के पास स्थित चांदीपुर समन्वित परीक्षण रेंज (आईटीआर) से दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर परीक्षण किया गया. इसे मोबाइल लॉंन्चर से दागा गया. सूत्रों ने बताया कि यह हर मौसम में, हर क्षेत्र में अत्यधिक सटीक और सहयोगी तरकीबी हथियार प्रणाली है.
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उन्होंने बताया कि यह ठोस ईंधन से लैस कम दूरी वाली मिसाइल है. एक सरकारी बयान में बताया गया, 'डीआरडीओ ने आईटीआर, बालेश्वर के लॉन्च कॉम्पलेक्स तीन से 'प्रहार' मिसाइल का सफल परीक्षण किया.' रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मिशन सफल होने पर डीआरडीओ, सेना, उद्योगों और टीम के अन्य सदस्यों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि 'स्वदेश में विकसित 'प्रहार' हमारी रक्षा क्षमताओं को और बढ़ाएगा.' परीक्षण के दौरान सैन्य प्रमुख जनरल बिपिन रावत और डीआरडीओ अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी मौजूद रहे.
VIDEO : मिसाइल को भेदने वाली मिलाइल
अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल के परीक्षण से पहले चांदीपुर स्थित लॉंन्च पैड संख्या तीन की दो किलोमीटर की परिधि में रहने वाले 4,494 लोगों को अस्थायी तौर पर वहां से हटाया गया. जिला राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा उपायों के तहत पांच गांवों से इन लोगों को हटाया गया. परीक्षण के शीघ्र बाद आईटीआर अधिकारियों से इजाजत मिलने पर वे अपने घरों में लौट आए.
(इनपुट : भाषा)
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सूत्रों ने बताया कि यह परीक्षण सफल रहा, क्योंकि लक्ष्य तक पहुंचने से पहले इसने 200 किलोमीटर तक की दूरी तय की और मिशन के सभी लक्ष्यों को प्राप्त किया. इस अत्याधुनिक मिसाइल का यहां के पास स्थित चांदीपुर समन्वित परीक्षण रेंज (आईटीआर) से दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर परीक्षण किया गया. इसे मोबाइल लॉंन्चर से दागा गया. सूत्रों ने बताया कि यह हर मौसम में, हर क्षेत्र में अत्यधिक सटीक और सहयोगी तरकीबी हथियार प्रणाली है.
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उन्होंने बताया कि यह ठोस ईंधन से लैस कम दूरी वाली मिसाइल है. एक सरकारी बयान में बताया गया, 'डीआरडीओ ने आईटीआर, बालेश्वर के लॉन्च कॉम्पलेक्स तीन से 'प्रहार' मिसाइल का सफल परीक्षण किया.' रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मिशन सफल होने पर डीआरडीओ, सेना, उद्योगों और टीम के अन्य सदस्यों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि 'स्वदेश में विकसित 'प्रहार' हमारी रक्षा क्षमताओं को और बढ़ाएगा.' परीक्षण के दौरान सैन्य प्रमुख जनरल बिपिन रावत और डीआरडीओ अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी मौजूद रहे.
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अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल के परीक्षण से पहले चांदीपुर स्थित लॉंन्च पैड संख्या तीन की दो किलोमीटर की परिधि में रहने वाले 4,494 लोगों को अस्थायी तौर पर वहां से हटाया गया. जिला राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा उपायों के तहत पांच गांवों से इन लोगों को हटाया गया. परीक्षण के शीघ्र बाद आईटीआर अधिकारियों से इजाजत मिलने पर वे अपने घरों में लौट आए.
(इनपुट : भाषा)
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