रतलाम में एक तांत्रिक की कोरोना वायरस से मौत हो गई. इसके बाद उसके संपर्क में आए लोगों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री तलाश कर उनके सैंपल लिए गए तो, रिपोर्ट आने पर बाबा के पास अपनी समस्या लेकर गए 23 लोग पॉजिटिव पाए गए. इसके साथ ही शहर के करीब 37 बाबाओं को क्वारंटीन कर दिया गया है और उनका सैंपल लिया गया है. अब हालात यह है कि दूसरों के लिये दुआ-झाड़फूंक से इलाज का दावा करने वाला ये बाबा खुद के लिये दवा मांग रहे हैं.
क्वारंटीन भेजे गए बाबाओं में से एक फारूख खान का कहना है, "हमसे जो बनता है करते हैं, 25 साल पुराना स्थान है ट्रांजीशन दवा बनाकर देता हूं, दुआ करता हूं अल्ला ताला अच्छा कर दे. 3 दिन से पटक रखा है क्वारेंटीन मे. मैं पथरी की दवा देता हूं." बताते चले कि इनका एक साथी नयापुरा का असलम बाबा लोगों का हाथ चूम कर इलाज करता था, असलम खुद संक्रमित था. 4 जून को उसकी मौत हो गई. इससे पहले उसने उसके संपर्क में आए 23 लोग संक्रमित हो गये थे.
वहीं सीएमएचओ प्रभाकर नानावरे का कहना है कि एक कोरोना संक्रमित मरीज जो झाड़फूंक कर इलाज करते थे उनकी मौत हो गई थी, उनकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री निकाली तो लंबी चौड़ी लिस्ट सामने आए जिसके बाद फैसला हुआ जितने भी ऐसे लोग जिले में हैं ताबीज करने वाले, उन सबको एहतियात के तौर पर क्वारेंटीन किया है.
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार के पार पहुंच गया है, अच्छी बात ये है कि राज्य रिकवरी के मामले में देश में दूसरे नंबर पर हैं जहां 68 फीसद से ज्यादा मरीज स्वस्थ हुए हैं, लेकिन लोग ऐसे अंधविश्वास में पड़े रहे तो ना तो सिर्फ अपनी बल्कि दूसरों की जान को भी खतरे में डालेंगे.
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