जेपीसी की मसौदा रिपोर्ट में दोषारोपित पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रवेश शुल्क और स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करने समेत ‘सभी बड़े फैसले’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी से सलाह-मशविरा करने के बाद लिए गए।
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नई दिल्ली:
जेपीसी की मसौदा रिपोर्ट में दोषारोपित पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रवेश शुल्क और स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करने समेत ‘सभी बड़े फैसले’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी से सलाह-मशविरा करने के बाद लिए गए।
राजा ने कहा, ‘मैंने कोई एकतरफा फैसला नहीं किया। मेरी ओर से प्रत्येक बड़ा फैसला दूरसंचार विभाग के अधिकारियों और उसके बाद माननीय प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री (तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम) और तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी जो उस समय स्पेक्ट्रम से संबंधित मंत्रियों के समूह के अध्यक्ष थे उनसे सलाह-मशविरा करने के बाद लिए गए।’
राजा ने बताया, ‘प्रवेश शुल्क, स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करने, 25 सितंबर 2007 तक आवेदनों की जांच समेत सारे मुद्दों पर मैंने व्यक्तिगत रूप से माननीय प्रधानमंत्री और दूरसंचार विभाग के साथ चर्चा की और उसके बाद ही आगे बढ़ा।’
राजा ने कहा, ‘मैंने कोई एकतरफा फैसला नहीं किया। मेरी ओर से प्रत्येक बड़ा फैसला दूरसंचार विभाग के अधिकारियों और उसके बाद माननीय प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री (तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम) और तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी जो उस समय स्पेक्ट्रम से संबंधित मंत्रियों के समूह के अध्यक्ष थे उनसे सलाह-मशविरा करने के बाद लिए गए।’
राजा ने बताया, ‘प्रवेश शुल्क, स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करने, 25 सितंबर 2007 तक आवेदनों की जांच समेत सारे मुद्दों पर मैंने व्यक्तिगत रूप से माननीय प्रधानमंत्री और दूरसंचार विभाग के साथ चर्चा की और उसके बाद ही आगे बढ़ा।’
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