महानगर के पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा ने रविवार को लोगों से अपील की कि जब भी वे किसी महिला को संकट में देखें तो 100 नंबर पर डायल करें और पुलिस से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि फोन करने वाले अगर अपनी पहचान गुप्त रखना चाहते हैं तो उनकी पहचान उजागर नहीं की जाएगी.
शर्मा ने ट्वीट किया, ''अगर आप किसी संदिग्ध व्यक्ति या संदिग्ध चीज को देखते हैं, अगर आप किसी महिला को संकट में पाते हैं, किसी व्यक्ति को परेशानी में देखते हैं तो कृपया 100 नंबर पर फोन करें और हमें सूचित करें. अगर आप अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहते तो हम पहचान गोपनीय रखेंगे''.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले हफ्ते सभी थानों को निर्देश दिया था कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा की शिकायतों को बिना किसी देरी के दर्ज करें. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि इस तरह के मामलों में शिकायत दर्ज करने से इंकार करने वाले पुलिसकर्मियों को दंडित किया जाए.
कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार को छेड़खानी करने वालों, गड़बड़ी पैदा करने वालों और बेतरतीब मोटरसाइकिल चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर महानगर के विभिन्न स्थानों से 74 लोगों को गिरफ्तार किया था. शर्मा ने सोशल मीडिया के एक पोस्ट को भी खारिज किया जिसमें दावा किया गया कि कोलकाता पुलिस ''रात दस बजे से सुबह छह बजे तक महिलाओं को नि:शुल्क वाहन'' मुहैया कराएगी.
उन्होंने ट्वीट किया, ''यह गलत संदेश है जो सोशल मीडिया पर चल रहा है.'' संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने 'पीटीआई' से कहा कि लुधियाना पुलिस ने महिलाओं के लिए नि:शुल्क आवाजाही सुविधा की शुरुआत की है और कोलकाता पुलिस का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
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