वरिष्ठ अलगाववादी नेता और हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Farooq) नजरबंद किए गए उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने अपनी रिहाई के लिए अधिकारियों के समक्ष बॉन्ड भरा है. शीर्ष खुफिया सूत्रों ने श्रीनगर में आईएएनएस को बताया, 'यह करीब एक पखवाड़े पहले हुआ. अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Farooq) नजरबंद किए गए उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने अपनी रिहाई के लिए बॉन्ड भरा है.' सूत्रों ने बताया कि इन नेताओं के स्वीकारनामे में वर्णित है कि एक बार निवारक नजरबंदी हटने के बाद ये लोग घाटी में कानून व व्यवस्था को बिगाड़ने वाली किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे.
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उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त को संसद में जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत मुख्यधारा के करीब 40 नेताओं को नजरबंद किया गया था.
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नजरबंद किए गए इन नेताओं में, अधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को जन सुरक्षा अधिनियम के तहत नजरबंद किया है जो राज्य को बिना न्यायिक हस्तक्षेप के किसी भी व्यक्ति को दो वर्षों तक हिरासत में लेने का प्रावधान मुहैया कराता है. मौजूदा समय में अब्दुल्ला पर तीन महीनों तक पीएसए लगाया गया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं