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This Article is From Sep 09, 2021

IIT प्रवेश परीक्षा में धांधली का मामला सामने आने पर छात्रों में भारी आक्रोश, NTA ने साधी चुप्पी

छात्रों ने कहा कि जब पैसे लेकर आईआईटी (IIT) की सीट इस तरह खरीदी जाएगी तो हम जैसे गरीब छात्रों का क्या होगा? हमारी तैयारी तो फिर बेकार है? छात्रों ने कहा कि एनटीए (NTA) परीक्षा करवाने में असफल रही है.

परीक्षा में धांधली की बात सामने आने से अब IIT एडवांस की परीक्षा पर कई सवाल खड़े हो गए हैं.

नई दिल्ली/भोपाल:

आईआईटी प्रवेश (IIT Admission) की मुख्य परीक्षा में धांधली की बात सामने आने से अब आईआईटी एडवांस (IIT Advance) की परीक्षा पर कई सवाल खड़े हो गए हैं. हालांकि आईआईटी (IIT) की परीक्षा करवाने वाली एनटीए (NTA) ने अब तक अपना रुख इस पर साफ नहीं किया है. इस बीच छात्रों का आरोप है कि इस तरह धांधली कई सालों से चल रही है. छात्रों ने कहा कि जब पैसे लेकर आईआईटी (IIT) की सीट इस तरह खरीदी जाएगी तो हम जैसे गरीब छात्रों का क्या होगा? हमारी तैयारी तो फिर बेकार है? छात्रों ने कहा कि एनटीए (NTA) परीक्षा करवाने में असफल रही है. इस साल चार बार परीक्षा करवाई गई है. छात्रों को ना तो परीक्षा की तारीख पता होती है, ना रिजल्ट ना ही परीक्षा केंद्र पर इसके चलते धांधली होने की आशंका बनी रहती है.

उल्लेखनीय है कि देश के सबसे प्रतिष्ठित आईआईटी प्रवेश परीक्षा में धांधली की बात सामने आने पर देशभर के स्टूडेंट्स में नाराजगी है. कई छात्रों ने शिकायत की है कि औसत स्टूडेंट्स के आईआईटी मुख्य परीक्षा में नंबर 99 फीसदी तक आए हैं, ऐसे लोगों की जांच हो, अब छात्र और उनके परिजन आईआईटी एडवांस की परीक्षा में धांधली करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात कह रहे हैं. विद्या मंदिर के डायरेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि “इस तरह की ऑनलाइन परीक्षा में धांधली से पूरी प्रक्रिया को अब संदेह के घेरे में देखा जा रहा है. देश के सबसे बड़े इंजीनियरिंग कालेज के लिए ये बड़ा झटका है. इससे इसकी साख भी गिरती है.”

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, इंदौर के इस कोचिंग संस्थान पर सीबीआई का छापा पड़ा, तब पता चला कि आईआईटी मुख्य परीक्षा में ऑनलाइन धांधली हो रही है. सीबीआई ने अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन इस धांधली के तार इंदौर से लेकर फरीदाबाद, सोनीपत, दिल्ली और नोएडा तक जुड़े हुए हैं. सीबीआई के मुताबिक, पहले सोनीपत के परीक्षा केंद्र को चुना जाता था, फिर परीक्षा देने वाला का पासवर्ड, अंकपत्र की कॉपी लेकर ऑनलाइन रिमोट से उसका पेपर हल कर दिया जाता था. इसके बदले 12-15 लाख रुपए तक हर स्टूडेंट्स से लिया जाता था. हालांकि, आईआईटी मुख्य परीक्षा में सफल स्टूडेंट्स को आईआईटी एडवांस परीक्षा भी देनी होती है. लेकिन अगर धांधली से आईआईटी की मुख्य परीक्षा को पास करने वाला एडवांस परीक्षा को नहीं भी पास कर पाया तो उसके लिए कई अच्छे इंजीनियरिंग कालेज में दाखिले का रास्ता साफ हो जाता है. इसी के चलते मेहनत से पढ़ने वाले स्टूडेंट्स में इस धांधली को लेकर बहुत नाराजगी है.

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