गृहसचिव अनिल गोस्वामी को बर्खास्त कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने यह फैसला गृह मंत्रालय के कहने पर लिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी गृह सचिव को शाम को तलब किया और उन्हें अपना इस्तीफा देने को कहा। माना जा रहा है की केंद्र सरकार गृह सचिव की सफाई से संतुष्ट नहीं थी। एलसी गोयल को नया गृहसचिव बनाया गया है। वह केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।
इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीबीआई निदेशक अनिल सिन्हा को तलब किया था और उनसे सचाई जानना चाहा था। माना जा रहा है की सीबीआई निदेशक ने कहा कि गृह सचिव ने सीबीआई की उस टीम को फ़ोन किया था जो शारधा मामले की जांच कर रही थी और उस टीम से आरोपी मतंग सिंह को किन सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया जा रहा है, वह जानना चाहा। साथ ही कहा कि सीबीआई के पास पर्याप्त सबूत नहीं है इसलिए गिरफ़्तारी नहीं बनती।
सीबीआई ने यह सब बातें फाइल में नोट कर प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी थी। इसकी जानकारी भी सीबीआई निदेशक ने गृहमंत्री को दी।
फिर राजनाथ सिंह ने गृह सचिव अनिल गोस्वामी को बुलाया और उनका सच जानना चाहा। अनिल गोस्वामी ने माना कि सीबीआई की जांच टीम से उन्होंने मतंग सिंह के बारे में जानकारी ली थी। "गृहमंत्री ने यह सारी बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बता दी और उसके बाद ही गृह सचिव को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया।"
एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि उसके बाद गृह सचिव अनिल गोस्वामी और सीबीआई निदेशक अनिल सिन्हा की एक घंटे तक मीटिंग चली। देर शाम को साफ़ हो गया कि गृह सचिव की टर्म को ख़त्म करने का फैसला सरकार ले चुकी है। इसीलिए उन्हें इस्तीफा देने को कहा गया। गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने इस्तीफा दे दिया है।
इससे पहले सूत्रों का कहना था कि सरकार राजधानी में होने जा रहे चुनाव के बीच में किसी तरह का कोई कदम उठाने के पक्ष में नहीं है, क्योंकि गृहसचिव को ही मतदान के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालनी होती है। वैसे, गोस्वामी दो साल के कार्यकाल के बाद जुलाई में सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं।
बता दें कि पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री मतंग सिंह को कथित रूप से आपराधिक षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी और रकम की गड़बड़ी करने के आरोपों में पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था। ये आरोप शारधा चिटफंड घोटाले से जुड़े हैं, जिसके तहत हज़ारों छोटे निवेशकों को उनकी बचत से हाथ धोना पड़ा था। मतंग सिंह का नाम शारदा के चेयरमैन सुदीप्ता सेन ने सीबीआई को लिखे एक खत में उजागर किया था।
वैसे, मोदी सरकार के साथ समस्याओं की जद में आने वाले अनिल गोस्वामी तीसरे बड़े अधिकारी हैं। पिछले सप्ताह सरकार ने विदेश सचिव के पद से सुजाता सिंह को हटाया था, जबकि उनकी सेवानिवृत्ति में सिर्फ सात महीने बचे थे। उनके स्थान पर अमेरिका में भारत के राजदूत रहे एस जयशंकर को नियुक्त किया गया। उससे पहले, शीर्ष मिसाइल वैज्ञानिक अविनाश चंद्र को भी डीआरडीओ प्रमुख के पद से हटाया गया था।
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