हरियाणा रोडवेज हड़ताल पर...
चंडीगढ़:
राज्य सरकार की ओर से निजी ऑपरेटरों को बस चलाने की अनुमति देने का विरोध कर रहे हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने आज दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रखा है. इस हड़ताल की वजह से हजारों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रोडवेज कर्मचारियों ने राज्य के विभिन्न डिपो पर हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ (एचआरडब्ल्यूयू) के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया.
यात्रियों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है, क्योंकि राज्य की रोडवेज बसें अपने नियमित मार्ग पर नहीं चल रही हैं. लग्जरी वोल्वो बस सेवा सहित राज्य की 3,500 बसें राज्य के सभी बस स्टैंडो पर खड़ी हैं. एचआरडब्ल्यूयू के अध्यक्ष सरबत सिंह पुनिया ने बताया कि राज्य रोडवेज के कर्मचारियों ने जिंद जिले में रविवार को विरोध प्रदर्शन किया था. कर्मचारी निजी ऑपरेटरों को 273 मार्गों पर बसें चलाने की अनुमति देने के राज्य सरकार के कदम का विरोध कर रहे हैं.
पुनिया ने बताया कि इसके बाद राज्य सरकार ने कल परिवहन अतिरिक्त मुख्य सचिव एस एस ढ़िल्लन ने बातचीत करने के लिए बुलाया था, हालांकि सरकार के निजी बस ऑपरोटरों को बस चलाने की अनुमति देने पर सरकार का रुख अभी भी नहीं बदला है. उन्होंने बताया कि बातचीत विफल रहने के बाद संघ ने कल शाम अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी.
पुनिया ने बताया कि 29 मार्च को राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हम लोगों को आश्वस्त किया था कि सरकार किसी भी निजी ऑपरेटर को अनुमति नहीं देगी, हालांकि ढिल्लन ने हमें बताया कि राज्य सरकार 273 मार्गों पर निजी बस ऑपरेटरों को अनुमति देगी. सरकार को इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करना चाहिए. इसी बीच राज्य सरकार ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को ताजा बातचीत के लिए बुलाया है. पुनिया ने बताया कि राज्य के परिवहन मंत्री कृष्णन लाल पंवर ने उन लोगों को बातचीत के लिए बुलाया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यात्रियों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है, क्योंकि राज्य की रोडवेज बसें अपने नियमित मार्ग पर नहीं चल रही हैं. लग्जरी वोल्वो बस सेवा सहित राज्य की 3,500 बसें राज्य के सभी बस स्टैंडो पर खड़ी हैं. एचआरडब्ल्यूयू के अध्यक्ष सरबत सिंह पुनिया ने बताया कि राज्य रोडवेज के कर्मचारियों ने जिंद जिले में रविवार को विरोध प्रदर्शन किया था. कर्मचारी निजी ऑपरेटरों को 273 मार्गों पर बसें चलाने की अनुमति देने के राज्य सरकार के कदम का विरोध कर रहे हैं.
पुनिया ने बताया कि इसके बाद राज्य सरकार ने कल परिवहन अतिरिक्त मुख्य सचिव एस एस ढ़िल्लन ने बातचीत करने के लिए बुलाया था, हालांकि सरकार के निजी बस ऑपरोटरों को बस चलाने की अनुमति देने पर सरकार का रुख अभी भी नहीं बदला है. उन्होंने बताया कि बातचीत विफल रहने के बाद संघ ने कल शाम अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी.
पुनिया ने बताया कि 29 मार्च को राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हम लोगों को आश्वस्त किया था कि सरकार किसी भी निजी ऑपरेटर को अनुमति नहीं देगी, हालांकि ढिल्लन ने हमें बताया कि राज्य सरकार 273 मार्गों पर निजी बस ऑपरेटरों को अनुमति देगी. सरकार को इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करना चाहिए. इसी बीच राज्य सरकार ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को ताजा बातचीत के लिए बुलाया है. पुनिया ने बताया कि राज्य के परिवहन मंत्री कृष्णन लाल पंवर ने उन लोगों को बातचीत के लिए बुलाया था.
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