
कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा (Congress Leader Sajjan Singh Verma) ने शनिवार को मांग की है कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहरों में ग्वालियर (Gwalior) और इंदौर (Indore) का नाम बदलकर स्वतंत्रता सेनानी रानी लक्ष्मी (Rani Laxmibai) बाई और देवी अहिल्याबाई (Ahilyabai) के नाम पर रखा जाना चाहिए. इंदौर में संवाददाताओं से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि न केवल उन लोगों के नाम जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन का त्याग किया बल्कि स्कूल पाठ्यक्रम में देश के गद्दारों का नाम भी उल्लेख किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ग्वालियर को रानी लक्ष्मी बाई और इंदौर को देवी अहिल्याबाई के नाम पर रखा जाना चाहिए.
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सज्जन वर्मा ने कहा कि स्कूल पाठ्यक्रमों में रानी लक्ष्मीबाई की वीर गाथा के साथ-साथ उनके खिलाफ साजिश रचने वालों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी शामिल की जानी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि इंदौर शहर का नाम बदलकर देवी अहिल्याबाई नगर रखा जाना चाहिए. इसके लिए कांग्रेस राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजेगी.
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कांग्रेस नेता की तरफ से यह मांग देश द्वारा रानी लक्ष्मी बाई की पुण्यतिथि मनाने के दो दिन बाद आई है. झांसी की रानी के नाम से लोकप्रिय रानी लक्ष्मी बाई ने भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम (1857-58) के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 1858 में ग्वालियर के पास ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों से लड़ते हुए उनकी मृत्यु हो गई थी.