आतंकियों के साथ 12 घटों तक चला एनकाउंटर
पंजाब:
पंजाब के गुरदासपुर में सोमवार को हुए आतंकी हमले में शामिल सभी तीन आतंकियों की कद काठी लंबी, बलिष्ठ और ट्रेंड बॉडी की थी, ये कहना है कि पंजाब पुलिस के स्पेशल वेपन एंड टेक्टिक्स यानि 'SWAT' के एक कमांडो की। ये कमांडो आतंकी हमले के खिलाफ चलाए गए काउंटर टेरर ऑपरेशन में शामिल थे।
'SWAT' के कमांडो के अनुसार, आतंकी 25 से 30 साल की उम्र के थे और पुलिस स्टेशन के पास की एक बिल्डिंग की दूसरी मंज़िल में छिप कर वहीं से गोलीबारी कर रहे थे। सुरक्षा बलों के साथ ये एनकाउंटर 12 घंटे चला।
इस कमांडो के अनुसार, 'इनमें से एक आतंकी लगातार अपनी जगह बदलता रहा, ताकि सुरक्षाबलों को ये धोखा हो सके कि बिल्डिंग में ज़्यादा संख्या में आतंकी मौजूद हैं...लेकिन हमें बाद में उसके मूवमेंट्स का अंदाज़ा हो गया और हम उन तीनों आतंकियों तक पहुंचने में सफल रहे।'
ये एनकाउंटर सोमवार तड़के सुबह शुरु हुआ ये एनकाउंटर शाम 5.30 बजे तीनों आतंकियों के मरने के साथ ही खत्म हुआ। आतंकियों ने आर्मी यूनिफॉर्म पहन रखे थे जिनमें कोई लेबल नहीं था। उनके पास थोड़ी मात्रा में भोजन भी था।
खालिस्तान आंदोलन की याद
सूत्रों के अनुसार इन आतंकियों ने हमले के लिए चीन निर्मित हैंड ग्रेनेड्स का इस्तेमाल किया था, पुलिस ने उनके पास से तीन AK-47, 10 मैगेज़ीन्स और जीपीएस युक्त दो नेविगेशन डिवाइस भी बरामद किया था।
इन आतंकियों ने सोमवार सुबह, गुरदासपुर में पाकिस्तान बॉर्डर के पास एक पब्लिक बस पर पहले फायरिंग की थी, फिर एक मारुती 800 कार छीन कर उसका इस्तेमाल घटनास्थल तक पहुंचने के लिए किया था और अंत में पुलिस थाने पर हथियारों से हमला कर दिया था।
कल के हमले में आतंकियों ने चार पुलिस वालों और तीन नागरिकों की हत्या कर दी थी।
पंजाब में पिछले आठ सालों में होने वाला ये पहला आतंकी हमला है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, 'पाकिस्तान की खुफ़िया एजेंसी आईएसआई पिछले एक साल से वहां खालिस्तान आंदोलन को दुबारा जगाने की कोशिश कर रहे हैं।'
1983 में सिखों के लिए अलग जन्मभूमि की मांग के दौरान उपजे आतंकवाद के कारण राज्य में 50 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
'SWAT' के कमांडो के अनुसार, आतंकी 25 से 30 साल की उम्र के थे और पुलिस स्टेशन के पास की एक बिल्डिंग की दूसरी मंज़िल में छिप कर वहीं से गोलीबारी कर रहे थे। सुरक्षा बलों के साथ ये एनकाउंटर 12 घंटे चला।
इस कमांडो के अनुसार, 'इनमें से एक आतंकी लगातार अपनी जगह बदलता रहा, ताकि सुरक्षाबलों को ये धोखा हो सके कि बिल्डिंग में ज़्यादा संख्या में आतंकी मौजूद हैं...लेकिन हमें बाद में उसके मूवमेंट्स का अंदाज़ा हो गया और हम उन तीनों आतंकियों तक पहुंचने में सफल रहे।'
ये एनकाउंटर सोमवार तड़के सुबह शुरु हुआ ये एनकाउंटर शाम 5.30 बजे तीनों आतंकियों के मरने के साथ ही खत्म हुआ। आतंकियों ने आर्मी यूनिफॉर्म पहन रखे थे जिनमें कोई लेबल नहीं था। उनके पास थोड़ी मात्रा में भोजन भी था।
खालिस्तान आंदोलन की याद
सूत्रों के अनुसार इन आतंकियों ने हमले के लिए चीन निर्मित हैंड ग्रेनेड्स का इस्तेमाल किया था, पुलिस ने उनके पास से तीन AK-47, 10 मैगेज़ीन्स और जीपीएस युक्त दो नेविगेशन डिवाइस भी बरामद किया था।
इन आतंकियों ने सोमवार सुबह, गुरदासपुर में पाकिस्तान बॉर्डर के पास एक पब्लिक बस पर पहले फायरिंग की थी, फिर एक मारुती 800 कार छीन कर उसका इस्तेमाल घटनास्थल तक पहुंचने के लिए किया था और अंत में पुलिस थाने पर हथियारों से हमला कर दिया था।
कल के हमले में आतंकियों ने चार पुलिस वालों और तीन नागरिकों की हत्या कर दी थी।
पंजाब में पिछले आठ सालों में होने वाला ये पहला आतंकी हमला है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, 'पाकिस्तान की खुफ़िया एजेंसी आईएसआई पिछले एक साल से वहां खालिस्तान आंदोलन को दुबारा जगाने की कोशिश कर रहे हैं।'
1983 में सिखों के लिए अलग जन्मभूमि की मांग के दौरान उपजे आतंकवाद के कारण राज्य में 50 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
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