
गुजरात चुनाव के परिणामों को लेकर आए एक्जिट पोल पर सुशील मोदी और शिवानंद तिवारी के बीच बयानबाजी हुई.
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सुशील मोदी ने कहा- भारी मतदान से भाजपा सरकार की वापसी सुनिश्चित
तिवारी ने कहा- जिन्हें पाक समर्थक बता रहे उन्होंने पाक को तीन बार हराया
जेल में बंद पाकिस्तान के खूंखार आतंकवादी अटल सरकार के दौर में छोड़े गए
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया कि गुजरात विधानसभा के चुनाव के दूसरे चरण में भी जनता ने भारी मतदान कर भाजपा सरकार की शानदार वापसी सुनिश्चित कर दी. सरदार पटेल की भूमि पर पाकिस्तान परस्त ताकतें फिर परास्त होंगी. झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों की लूट के लिए जब निर्दलीय विधायक मधु कोड़ा ने भाजपा की सरकार गिराई थी, तब कांग्रेस और लालू प्रसाद की पार्टी के 16 विधायकों ने उनका साथ देकर लोकतंत्र को कलंकित किया था. कोड़ा के 3549 करोड़ रुपये के कोयला घोटाले में बहुतों के हाथ काले हुए.
गुजरात विधान सभा के चुनाव के दूसरे चरण में भी जनता ने भारी मतदान कर भाजपा सरकार की शानदार वापसी सुनिश्चित कर दी। सरदार पटेल की भूमि पर पाकिस्तानपरस्तों ताकतें परास्त होंगी। pic.twitter.com/SUYsSDdWfP
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 14, 2017
राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सुशील मोदी को 'छोटे मोदी' की संज्ञा दी और कांग्रेस शासन की याद दिलाते हुए कहा कि मुझे गलतफहमी थी कि छोटे मोदी पढ़ने-लिखने वाले व्यक्ति हैं, लेकिन इस बयान ने मुझे उनके प्रति अपनी धारणा को बदलने के लिए मजबूर कर दिया है. जिनको ये पाकिस्तान समर्थक बता रहे हैं उन्होंने उसको तीन मर्तबा युद्ध में परास्त किया है. 1948, 1965 और 1971 के तीनों युद्ध में पाकिस्तान को भारत भारी शिकस्त दे चुका है. बल्कि 1971 में तो इंदिरा गांधी ने तो पाकिस्तान को दो टुकड़ों में विभाजित करा दिया था. पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश के नाम से एक नया देश बन गया.
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तिवारी ने कहा कि छोटे मोदी भूल जा रहे हैं कि इंदिरा जी की इस उपलब्धि के लिए स्वयं अटल जी ने उन्हें 'दुर्गा' की संज्ञा दी थी. सर्जिकल स्ट्राइक का शोर मचाने वाले लोग भूल रहे हैं कि उक्त युद्ध में पाकिस्तानी जनरल नियाज़ी के साथ लगभग एक लाख पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय फ़ौज के समक्ष समर्पण किया था. दुनिया के युद्ध के इतिहास में अपनी तरह की यह अनोखी घटना है.
उन्होंने कहा कि सुशील जी अटल जी की सरकार के समय 1999 में काठमांडू से भारतीय विमान के अपहरण की घटना को भूल रहे हैं. अपहरणकर्ताओं की मांग पर भारत की जेल में बंद पाकिस्तान के खूंखार आतंकवादियों को निकालकर अटल जी की सरकार के उनके सहयोगी मंत्री ही कंधार पहुंचा आए थे. उन्हीं आतंकवादियों में एक 'जैश-ए-मोहम्मद' का संस्थापक मौलाना मसूद अजहर भी था. इसी मसूद अजहर ने 2001 में संसद भवन पर हमला करवाया था. आज भी वह हमारे देश के लिए सरदर्द बना हुआ है.
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शिवानंद तिवारी ने मोदी को सलाह देते हुए कहा कि कम से कम बिहार में ऐसी भाषा का इस्तेमाल न करें. अपनी देशभक्ति का दंभ ज़्यादा न भरें. वहीं नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार आज न सिर्फ ऐसी भाषा सुन रहे हैं बल्कि ऐसी भाषा बोलकर समाज में नफ़रत फैलाने वालों को ताक़त पहुंचा रहे हैं.
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