
जीएसटी परिषद का अधीक्षक अपने सहयोगी के माध्यम से रिश्वत लेता था (प्रतीकात्मक चित्र)
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निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए लेता था रिश्वत
तिमाही या मासिक आधार पर रिश्वत लेता था मनीष मलहोत्रा
रिश्वत के पैसे को अपनी पत्नी और बेटी के खाते में जमा करता था
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यह संभवत: पहला मामला है जब जीएसटी परिषद के किसी अधिकारी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया. यह आरोप है कि पूर्व में केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग में नियुक्त मल्होत्रा भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल था. वह निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाने तथा उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के एवज में रिश्चवत लेता रहता था.
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जांच एजेंसी को यह पता चला कि मल्होत्रा की तरफ से मानस पात्रा लोगों से संपर्क करता और तिमाही या मासिक आधार पर रिश्वत लेता था.
VIDEO: गुजरात ED के पूर्व संयुक्त निदेशक जेपी सिंह गिरफ्तार सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार पात्रा रिश्वत की राशि अपने कोष में जमा करता और बाद में उसे मल्होत्रा की पत्नी शोभना के एचडीएफसी बैंक खाते और बेटी के आईसीआईसीआई बैंक खाते में भेजता. जांच एजेंसी के एक अधिकारी के अनुसार सीबीआई को यह पता चला था कि मानस पात्रा मनीष मल्होत्रा के निवास पर जा कर धन-राशि के साथ कुछ कागज सौंपने वाला था जिसमें रिश्वत प्राप्तियों के बारे में पूरा ब्योरा होगा. उसने कहा कि सीबीआई ने परिसर की तलाशी ली और मल्होत्रा तथा पात्रा को रिश्वत की राशि तथा कुछ दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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