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This Article is From Apr 23, 2020

पश्चिम बंगाल: कोविड-19 की महामारी पर डॉक्‍टरों के ग्रुप का CM ममता बनर्जी को ओपन लेटर, कहा- 'यह स्थिति...'

पत्र में कहा गया है कि पिछले एक-डेढ़ सप्‍ताह में, हमने पश्चिम बंगाल में कोविड-19 को लेकर बढ़ती चिंताओं को देखा है. दो विशिष्ट मुद्दे हैं जो हमारे लिए सबसे अधिक परेशान करने वाले है- एक: पश्चिम बंगाल में बेहद कम टेस्‍ट हो रहे हैं और दो: कोविड-19 के मरीजों की मौत के कारणों को लेकर गलत रिपोर्टिंग की जा रही है.

पश्चिम बंगाल: कोविड-19 की महामारी पर डॉक्‍टरों के ग्रुप का CM ममता बनर्जी को ओपन लेटर, कहा- 'यह स्थिति...'
ममता बनर्जी ने राज्य में टेस्‍ट की कम संख्‍या के लिए ICMR को दोषी ठहराया है
नई दिल्ली:

Coronavirus Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी के बीच नॉन रेसीडेंट डॉक्‍क्‍टरों के एक ग्रुप ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) को एक खुला पत्र लिखा है जिसमें कोविड-19 (COVID-19) के कारण हुई मौतों के कारणों की गलत रिपोर्टिंग होने (Misreporting of Data)और बेहद कम टेस्‍ट (Gross Under-Testing) होने पर चिंता जताई है. खुद को बंगाली डॉक्‍टर, हेल्‍थ साइंटिस्‍ट और स्‍वास्‍थ्‍य सेवा प्रदाता बताते हुए इन लोगों ने कहा कि पूरे देश में कोरोना वायरस की पर्याप्‍त टेस्टिंग न होने के कारण वे चिंतित हैं और पश्चिम बंगाल में यह स्थिति और भी ज्‍यादा परेशान करने वाली है.

पत्र में कहा गया है कि पिछले एक-डेढ़ सप्‍ताह में, हमने पश्चिम बंगाल में कोविड-19 को लेकर बढ़ती चिंताओं को देखा है. दो विशिष्ट मुद्दे हैं जो हमारे लिए सबसे अधिक परेशान करने वाले है- एक: पश्चिम बंगाल में बेहद कम टेस्‍ट हो रहे हैं और दो: कोविड-19 के मरीजों की मौत के कारणों को लेकर गलत रिपोर्टिंग की जा रही है. न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, डॉक्टरों ने कहा कि पश्चिम बंगाल ने प्रतिदिन लगभग 33.7 टेस्‍ट किए हैं, जबकि राष्ट्रीय औसत लगभग 156.9 प्रति मिलियन है जबकि एक दिन में लगभग 1,000 टेस्‍ट किए जाने की क्षमता है.पत्र में कहा गया है, "वास्तव में प्रभावित मामलों की संख्या टेस्‍ट की सीमा, उनके रिजल्‍ट की सटीकता और विशेष रूप से, लक्षण न दिखने की स्थिति में टेस्‍ट की आवृत्ति और पैमाने (फ्रिक्‍वेंसी और स्‍केल) पर निर्भर करती है, जिसका पता लगाया जा सकता है."

इन प्रोफेशनल्‍स ने दावा किया कि वे पश्चिम बंगाल में पैदा हुए, बढ़े हुए और और शिक्षित हुए हैं और उनके परिवार अभी राज्‍य में ही निवास करते हैं. इन्‍होंनेयह भी कहा कि राज्य में कोविड​​-19 के कारण हुई मौतों को कम करके आंका जा रहा है. गौरतलब है कि बुधवार तक पश्चिम बंगाल ने कोविड-19 के लिए 7,034 लोगों के टेस्‍ट किए, इसकी तुलना में आंध्र प्रदेश में 41,512, राजस्थान में 55,759 और तमिलनाडु में 53045 टेस्‍ट किए हैं. केवल दो राज्‍य जम्मू कश्मीर और पंजाब ने ही अब तक पश्चिम बंगाल से कम टेस्‍ट किए हैं. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपने राज्य में टेस्‍ट की कम संख्‍या के लिए ICMR को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि राज्य को शुरू में टेस्‍ट किट नहीं दी गई थीं और फिर ICMR की ओर से दोषपूर्ण किटों की आपूर्ति की गई थी, जिन्‍हें वापस कर दिया गया है. गौरतलब है कि कोविड-19 के कारण पश्चिम बंगाल में अब तक 15 लोगों की मौत हुई है. 

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