प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
सरकार ने नये मोबाइल कनेक्शन के लिए आधार ई-केवाईसी की अनुमति मंगलवार को दे दी. यानी अब प्रीपेड या पोस्टपेड मोबाइल कनेक्शन के लिए अनेक तरह के कागजी दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी बल्कि ब्रिकी केंद्र (पीओएस) पर आधार कार्ड व फिंगरप्रिंट से ही काम चल जाएगा.
सरकार ने इस तरह के आवेदन पर काम व सत्यापन की ऑनलाइन प्रक्रिया को और तेज व सरल बनाने के लिए ई-केवाईसी नियम जारी किए हैं. नई प्रणाली में सिम एक्टिवेशन के लिए सत्यापन के समय में कमी आएगी.
आपको बता दें कि ई-केवाईसी में ग्राहक अपनी आधार संख्या व बायोमेट्रिक्स के जरिए यूआईडीएआई को अपना ब्योरा मोबाइल कंपनी को उपलब्ध कराने का अधिकार देता है. सेल्यूलर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के महानिदेशक राजन मैथ्यू का मानना है कि यह कदम सभी भागीदारों के लिए मददगार होगा.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सरकार ने इस तरह के आवेदन पर काम व सत्यापन की ऑनलाइन प्रक्रिया को और तेज व सरल बनाने के लिए ई-केवाईसी नियम जारी किए हैं. नई प्रणाली में सिम एक्टिवेशन के लिए सत्यापन के समय में कमी आएगी.
आपको बता दें कि ई-केवाईसी में ग्राहक अपनी आधार संख्या व बायोमेट्रिक्स के जरिए यूआईडीएआई को अपना ब्योरा मोबाइल कंपनी को उपलब्ध कराने का अधिकार देता है. सेल्यूलर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के महानिदेशक राजन मैथ्यू का मानना है कि यह कदम सभी भागीदारों के लिए मददगार होगा.
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