वैज्ञानिक एवं ब्रह्मोस के पूर्व प्रमुख डॉ. ए. शिवथानु पिल्लै (फाइल फोटो)
कोम्यबटूर:
कई क्षेत्र की हस्तियों द्वारा सम्मान लौटाए जाने के चलन पर वस्तुत: प्रश्न खड़ा करते हुए जानेमाने वैज्ञानिक एवं ब्रह्मोस के पूर्व प्रमुख डॉ. ए. शिवथानु पिल्लै ने शुक्रवार को कहा कि इस तरह के सम्मान देश की सेवा में दिए गए योगदान की स्वीकार्यता में दिए जाते हैं और जब एक बार ये मिल गए तो फिर बात खत्म हो गई।
उन्होंने यहां संवादाताओं से कहा, ‘‘हमें संबंधित क्षेत्रों में सेवाओं के लिए सरकार की ओर से, देश की ओर से स्वीकार्यता मिलती है। जब एक बार हमने (सम्मान) हासिल कर लिया तो बात खत्म हो गई।’’ उनसे लेखकों, कलाकारों, फिल्मकारों तथा दूसरी हस्तियों की ओर से सम्मान लौटाए जाने के हालिया चलन को लेकर सवाल किया गया था।
पिल्लै को साल 2013 में सरकार ने पद्म भूषण से नवाजा था।
उन्होंने यहां संवादाताओं से कहा, ‘‘हमें संबंधित क्षेत्रों में सेवाओं के लिए सरकार की ओर से, देश की ओर से स्वीकार्यता मिलती है। जब एक बार हमने (सम्मान) हासिल कर लिया तो बात खत्म हो गई।’’ उनसे लेखकों, कलाकारों, फिल्मकारों तथा दूसरी हस्तियों की ओर से सम्मान लौटाए जाने के हालिया चलन को लेकर सवाल किया गया था।
पिल्लै को साल 2013 में सरकार ने पद्म भूषण से नवाजा था।
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