गोवा के चौथी बार मुख्यमंत्री बने मनोहर पर्रिकर ने पणजी से चुनाव जीत लिया है.
नई दिल्ली:
रक्षामंत्री का पद छोड़कर इसी साल मार्च में चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने मनोहर पर्रिकर ने पणजी से विधानसभा चुनाव जीत लिया है. मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने के लिए उन्हें विधानसभा की सदस्यता लेना अनिवार्य था, जिसे उन्होंने हासिल कर लिया है. भारतीय राजनीति में मनोहर पर्रिकर की पहचान 'मिस्टर क्लीन' के रूप में है. बेहद सरल और बिना तामझाम के जीवन जीने वाले मनोहर पर्रिकर हमेशा जनता से जुड़े रहने की कोशिश करते हैं. आइए मनोहर पर्रिकर के जीवन से जुड़ी 14 बातें जानें.
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- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसम्बर, 1955 के मापुसा में हुआ था.
- उनका पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्णन प्रभु पर्रिकर है.
- आमतौर पर कहते हैं कि भारतीय राजनीति में पिछले के वर्षों में कम पढ़े-लिखे लोग आ रहे हैं, लेकिन पर्रिकर ने 1978 में IIT मुंबई से ग्रेजुएशन किया है.
- मनोहर पर्रिकर भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने IIT ग्रेजुएशन किया था.
- पर्रिकर को 2001 में IIT मुंबई ने विशिष्ट भूतपूर्व छात्र की उपाधि भी प्रदान की थी.
- मनोहर पर्रिकर गोवा में बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री बने थे.
- 1994 में उन्हें गोवा की द्वितीय व्यवस्थापिका के लिये चयनित किया गया था.
- 24 अक्टूबर 2000 को वह गोवा के पहली बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन सरकार 27 फरवरी 2002 तक ही चल पायी.
- जून 2002 में वह दोबारा सभा के सदस्य बने और जून 5,2002 को एक बार फिर गोवा के सीएम बने.
- इनकी साफ सुथरी छवि को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने मनोहर पर्रिकर को केंद्र में रक्षामंत्री बनाया था.
- मनोहर पर्रिकर के रक्षामंत्री रहते हुए भारतीय सेना ने दो बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था.
- नवंबर 2017 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. इस ऑपरेशन में पैरा स्पेशल फोर्स के 25 कमांडो एमआई-17 हेलिकॉप्टरों में सवार होकर पीओके में तीन किलोमीटर अंदर तक गए. इन्होंने दुश्मन को बड़े पैमाने पर नुकसान किया और वापस लौटे तो हमारे जवानों को खरोंच तक नहीं आई थी.
- इससे पहले 4 जून, 2015 को मणिपुर के चंदेल जिले में उग्रवादियों ने हमला कर सेना के 18 जवानों की जान ली थी. इसके बाद म्यांमार सीमा में भारतीय पैराकमांडो घुसे और उग्रवादियों के दो कैंप तबाह कर दिए. इस ऑपरेशन में करीब 100 उग्रवादी मारे गए.इस ऑपरेशन में 70 कमांडो शामिल थे और ऑपरेशन 40 मिनट तक चला था.
- मनोहर पर्रिकर के बारे में कहा जाता है कि वे बेहद साधारण जीवन जीते हैं, शहर में बगल से गुजर जाते हैं, पर पता भी नहीं चलता है.
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