नोएडा:
ग्रेटर नोएडा में एयरपोर्ट बनाने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले को तगड़ा झटका लग सकता है। जेवर गांव के किसानों ने पंचायत करके जमीन अधिग्रहण का विरोध करने का फैसला किया है। ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी और पटवारी गांव पर सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले से जवेरी गांव के किसानों को हौसला मिला है। सरकार ने जवेरी तहसील के कई गांवों की 10 हजार हेक्टेयर जमीन को एयरपोर्ट के लिए रिजर्व रखा है और किसानों को बता रखा है कि उनकी जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा। जवेरी के किसानों का कहना है कि एयरपोर्ट के नाम पर रिजर्व की गई जमीन का दायरा चार बार बढ़ाया जा चुका है और उन्हें डर है कि सरकार इस जमीन का एक बड़ा हिस्सा रिहायशी कालोनियां बसाने के लिए प्राइवेट बिल्डरों को बेच देगी। इन किसानों की मांग की है कि उन्हें ये अधिकार मिलना चाहिए कि वो अपनी जमीन सीधे प्राइवेट बिल्डरों को बेच सकें। उनका कहना है कि जब तक ये मामला अदालत में सुलझ नहीं जाता यहां कोई काम नहीं होने दिया जाएगा।
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