
राजधानी में घने कोहरे के कारण इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों की आवाजाही पर असर पड़ा और कई उड़ानों में आज सुबह देरी हुई।
एक मालवाहक विमान, जेट एयरवेज की अबु धाबी से आने वाली उड़ान और इस्ताम्बुल से आने वाली तुर्की एयरलाइन की उड़ानों के मार्ग को आज बदलना पड़ा, क्योंकि इन विमानों के पायलट 200 मीटर की कम दृश्यता होने पर विमान को उतारने के लिए प्रशिक्षित नहीं थे। हवाई अड्डा सूत्रों ने यह जानकारी दी।
हवाई अड्डे पर तड़के ही घना कोहरा छाना शुरू हो गया था और रनवे पर दृश्यता कभी कम और कभी सामान्य हो रही थी। इससे हवाई अड्डा प्रशासन को उड़ानों के निर्धारित समय को बनाए रखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
हवाई अड्डे के मौसम अधिकारियों के अनुसार, तीसरे रनवे पर दृश्यता करीब 100 मीटर थी तथा मुख्य रनवे पर यह 125 से 200 के बीच थी, जबकि सामान्य दृश्यता 50 मीटर से कम थी।
इससे कुछ विमानों के उड़ान भरने में देरी हुई, क्योंकि कम दृश्यता में उड़ान भरने के लिए न्यूनतम दृश्यता 125 से 150 मीटर होना जरूरी है। इसके चलते तीसरे रनवे पर भी विमानों के उड़ान भरने में देरी हुई लेकिन इस पर विमानों की लैंडिंग जारी रही।
हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि कोहरे के कारण किसी उड़ान को रद्द नहीं किया गया है। पिछले सप्ताह घने कोहरे के कारण हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं