असम में आई बाढ़ से रविवार को स्थिति और भी खराब हो गई तथा इससे मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11 हो गई. इस प्राकृतिक आपदा से 28 जिलों के करीब 26.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के मुताबिक जोरहाट, बारपेटा तथा धुबरी जिलों में चार लोगों की मौत हुई है. प्राधिकरण ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित 28 जिलों में बारपेटा सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 7.35 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद मोरीगांव में साढ़े तीन लाख लोग प्रभावित हुए हैं. धुबरी जिले में प्रभावित लोगों की संख्या 3.38 लाख है. शनिवार तक, बाढ़ से कुल 33 जिलों में से 25 जिलों के 14.06 लाख लोग प्रभावित थे. अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व और आपदा प्रबंधन) कुमार संजय कृष्ण ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक असम में और बारिश हो सकती है तथा ब्रह्मपुत्र का जल स्तर बढ़ने की संभावना है.
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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्थिति से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है. पिछले साल हमें केंद्र से 590 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. हमारे पास पर्याप्त कोष है और जिलों के लिए 55.85 करोड़ रुपये पहले ही जारी कर चुके हैं. अधिकारी ने बताया काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का 70 फीसदी हिस्सा भी प्रभावित हुआ है. यह एक सींग वाले गैण्डा का वास स्थान है और विश्व धरोहर स्थल है. ब्रह्मपुत्र नदी गुवाहाटी, निमातीघाट, सोनिपुर, गोअल्परा और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
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