मुरादाबाद पुलिस (Moradabad Police) ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (FIR against Akhilesh Yadav) के खिलाफ पत्रकारों से मारपीट के केस में एफ़आईआर दर्ज कर ली है. मालूम हो कि मुरादाबाद में अखिलेश यादव की प्रेस कान्फ्रेंस के बाद एक स्थानीय पत्रकार के साथ उनके सुरक्षा कर्मियों की हाथापाई हुई थी.
इसके बाद उन पर मारपीट करने, उपद्रव करने और पत्रकार को बंधक बनाने के आरोप में आईपीसी की धारा 147, 323 और 342 में मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा एक स्थानीय पत्रकार की तहरीर पर दर्ज हुआ है, जिसका इस घटना से कोई संबंध नहीं है. अखिलेश यादव ने अपने खिलाफ हुई एफ़आईआर को ट्वीट कर लिखा है कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने जो उनके खिलाफ एफ़आईआर लिखवाई है.
उप्र की भाजपा सरकार ने मेरे ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहाँ प्रकाशित कर रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 13, 2021
अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे।
ये एफ़आईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है। pic.twitter.com/50ddRQh0fs
जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के लिए यहां वो जारी कर रहे हैं. अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे. यह एफ़आईआर हारती हुई BJP की हताशा का प्रतीक है.अखिलेश यादव पर एफ़आईआर के बाद समाजवादी पार्टी के लोगों ने उन पत्रकारों पर भी एफ़आईआर करा दी. जिनका सुरक्षाकर्मियों से झगड़ा हुआ था.
मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने छवि धूमिल करने पहले से योजनाबद्ध तरीके से उपद्रव करने और सरकारी गार्डों के साथ मारपीट करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है.घटना को लेकर पत्रकार और सपा दोनों अपने-अपने दावे कर रही है. इस घटना को लेकर कई वीडियो भी वायरल हैं, जिनमें पत्रकार को सपा कार्यकर्ताओं के बीच घिरा देखा गया है.
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