ये पत्रकार राज्य की राजधानी लखनऊ से करीब 170 किलोमीटर दूर कानपुर देहात में एक ही स्थानीय चैनल के लिए काम करते हैं. उसी चैनल पर ये खबर दिखाई गई है. जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि कार्यक्रम में वे तीनों पत्रकार मौजूद नहीं थे, बावजूद इसके उनलोगों ने जानबूझकर 'योगा और शारीरिक व्यायाम' के कार्यक्रम को गलत तरीके से पेश किया. ये कार्यक्रम रविवार (24 जनवरी) को राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यूपी दिवस मनाने के दौरान आयोजित किए गए थे.
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कार्यक्रम के विजुअल्स में साफ दिख रहा है कि बच्चे हाफ पैंट और हाफ शर्ट पहने हुए हैं, जबकि उसी कार्यक्रम में मौजूद जिला अधिकारी, राज्य सरकार के एक मंत्री और स्थानीय विधायक गर्म कपड़े पहने हुए हैं. गरमी के दिनों के यूनिफॉर्म पहने बच्चे हाथों में खिलौना थामे नजर आ रहे हैं.
वीडियो के दूसरे क्लिप में दिख रहा है कि बच्चे इसी तरह के कपड़े में शीर्षासन कर रहे हैं. हालांकि, यह नजारा कमरे के अंदर का दिख रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दर्ज शिकायत में कहा गया है कि बच्चों को सिर्फ एक्सरसाइज करते समय ही हाफ शर्ट और हाफ पैंट पहनने को कहा गया था.
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पुलिस शिकायत में कहा गया है, "यह सर्वविदित है कि योग और शारीरिक व्यायाम सर्दियों के कपड़े पहन कर नहीं किए जा सकते हैं, उसके लिए ढीले कपड़ों की आवश्यकता होती है. स्थानीय शिक्षा अधिकारियों ने इसका पालन किया, और बच्चों को सर्दियों के कपड़े उतारकर व्यायाम के लिए ढीले और हल्के कपड़े पहनने दिए. इसके बाद बच्चों ने तुरंत अपने शीतकालीन कपड़े फिर से पहन लिए."
घटना के एक दिन बाद, एक छात्र जिसने कथित तौर पर इस कार्यक्रम में भाग लिया था, ने संवाददाताओं को बताया कि एक स्थानीय शिक्षक ने उन्हें अभ्यास के लिए अपनी पोशाक बदलने के लिए कहा था. अपने इंटरव्यू में छात्र ने कहा, "हम ट्राउजर और एक जैकेट पहने हुए समारोह स्थल पर गए थे लेकिन वहां उसे जाकर बदल दिए थे."
कानपुर देहात के जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने कहा, "मुझे यह देखकर बहुत पीड़ा हो रही है कि कुछ पत्रकार, जो वहां मौजूद भी नहीं थे, ने खबर प्रकाशित की है कि बच्चे ठंड में कांप रहे थे. आप देख सकते हैं कि जो बच्चा योगा करता है, वह स्वेटर या कोट या पैंट पहन कर इसे नहीं कर सकता है. इन बच्चों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, मैं उनकी सराहना करता हूं लेकिन जिन लोगों ने ऐसी खबरें छापी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है."