Farmer's protest: भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दे पर बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) के दौरान हमारे किसान साथियों की 'शहादत' हुई है. ये सरकार की जिम्मेदारी है. जब इतिहास लिखा जाएगा तो यह भी लिखा जाएगा कि यह किस 'राजा' के कार्यकाल के दौरान हुआ. NDTV से बातचीत के दौरान जब यह पूछा गया कि आप किसान पंचायत (Kisan Panchayat) के लिए जगह-जगह तो जा रहे हैं लेकिन सरकार से क्यों बात नहीं कर रहे, तो राकेश टिकैत ने कहा-सरकार हैं कहां. हमें तो सात साल से नहीं मिल रही. उन्होंने कहा, 'आप हमारी सरकार से बात कराइए हम तैयार हैं. '
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सरकार की ओर से किसानों के हित में उठाए कदमों को लेकर किए गए दावों से भी टिकैत असहमत नजर आए. उन्होंने कहा कि आधे रेट पर फसल बिक रही है. गन्ने का 12 हजार करोड़ रुपये अभी बकाया है. उन्होंने कहा कि हम आंदोलन को खत्म नहीं कर रहे, कृषि कानूनों को लेकर हम सड़क पर बैठे हुए हैं. आंदोलन को खत्म करना सरकार की जिम्मेदारी है. लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में आरोपी दीप सिद्धू ने कहा है कि वह आपसे मिला है, इस सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा-मैं उससे कभी नहीं मिला. कभी यहां आ गया तो तो ध्यान नहीं लेकिन कभी भी बैठकर उसके साथ बातचीत नहीं हुई है. गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू इस समय दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है.
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गौरतलब है कि राकेश टिकैत अब सोशल मीडिया पर भी खासे सक्रिय हैं. गाजीपुर बॉर्डर की सड़क पर बने टेंट में रहने वाले धर्मेंद्र मलिक, राकेश टिकैत का सोशल मीडिया देखते हैं. हाल के दिनों में उनके ट्विटर पर फॉलोअर्स चार हजार से बढ़कर डेढ़ लाख हो गए हैं और फेसबुक पेज की पोस्ट को तीन करोड़ लोग पढ़ चुके हैं..यही वजह है कि राकेश टिकैत पश्चिमी यूपी से निकलकर उत्तरी भारत के बड़े किसान नेता बनते जा रहे हैं.
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