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This Article is From Dec 10, 2020

आंदोलन तेज करने का किसानों का ऐलान, उधर केंद्र सरकार करने जा रही अन्नदाताओं से अपील: सूत्र

Farmers Protest: केंद्र सरकार और किसानों के बीच हुई कई दौर की बातचीत अब तक बेनतीजा रही है. इधर, किसानों ने 14 दिसंबर से दिल्ली-जयपुर हाईवे बंद करने समेत आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है.

आंदोलन तेज करने का किसानों का ऐलान, उधर केंद्र सरकार करने जा रही अन्नदाताओं से अपील: सूत्र
Farmers Protest in Delhi: तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 15वें दिन में प्रवेश कर चुका है.
  • किसानों के आंदोलन तेज करने के ऐलान के बाद अपील करेगी सरकार- सूत्र
  • 12 दिसंबर को दिल्ली-जयपुर हाईवे बंद करने और टोल प्लाजा पर कब्जे का प्लान
  • सरकार के लिखित प्रस्ताव को किसानों ने ठुकराया,15 दिनों से हो रहा आंदोलन
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नई दिल्ली:

तीन नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmer's Protest) 15वें दिन में प्रवेश कर चुका है. सरकार से बातचीत का कोई नतीजा निकलता न देख जहां किसान संगठन अपने आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है, वहीं सरकार अन्नदाताओं से अपील करने जा रही है कि वह नए कानूनों को क्यों रिप्लेस करने के बजाय उसमें संशोधन करने जा रही है? सूत्रों ने बताया कि  सरकार अपनी अपील में साफ तौर पर बताएगी कि कानूनी प्रावधानों को सरकार क्यों कमतर करने जा रही है? सूत्रों ने कहा कि सरकार यह भी बताएगी कि वह विवादास्पद कानूनों में संशोधन क्यों ला रही है, जिसे किसान निरस्त करना चाहते हैं.

किसान संगठनों ने बुधवार को कृषि कानूनों में संशोधन के केंद्र सरकार के लिखित प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और अपने आंदोलन व विरोध-प्रदर्शन को और बढ़ाने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की थी.

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आंदोलनरत 13 किसान संगठनों को भेजे गए प्रस्ताव में, केंद्र ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए लिखित आश्वासन देने का वादा किया था. इसके अलावा किसानों को उप-विभागीय मजिस्ट्रेट के बजाय विवादों के हल के लिए कोर्ट जाने और बिजली संशोधन बिल को रद्द करने की अनुमति देने का भी प्रस्ताव दिया था, जिसका किसान विरोध कर रहे थे.

सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए कानूनों में संशोधन करने की पेशकश भी की थी. बड़े कॉरपोरेट खेत पर कब्जा कर लेंगे, इन आशंकाओं के खिलाफ सरकार ने स्पष्ट किया था कि कि कोई भी खरीदार खेत के खिलाफ ऋण नहीं ले सकता है और न ही किसानों को ऐसी कोई शर्त दी जाएगी.

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इधर, किसानों ने 12 दिसंबर को दिल्ली-जयपुर हाई-वे बंद करने, रिलायंस मॉल का बहिष्कार करने और सभी टोल प्लाजा पर कब्जा करने का ऐलान किया है. किसान संगठनों ने कहा है कि 14 दिसंबर से उनका आदोलन देशव्यापी होगा और उग्र पैमाने पर होगा. बता दें कि पुलिस द्वारा ठंड में  किसानों पर वाटर कैनन से बौछार करने, आंसू गैस के गोले दागने और बेरिकेडिंग के बावजूद हजारों किसान पिछले दो हफ्ते से बिना रुके आंदोलन कर रहे हैं और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इस आंदोलन में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है.
 

वीडियो- किसानों ने ठुकराया केंद्र सरकार का प्रस्ताव

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