केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) सोमवार और तेज होगा. नवंबर महीने के अंत से दिल्ली के बॉर्डर पर डेट हजारों किसानों की एक दिन की भूख हड़ताल (Hunger Strike) शुरू हो गई है. टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर समेत अन्य जगहों पर किसान नेताओं के साथ भारी संख्या में किसान अनशन पर हैं. भूख हड़ताल के साथ किसान देशभर के जिला मुख्यालयों का घेराव भी करेंगे. सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बावजूद, किसानों का कहा कि जब तक नए कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, केंद्रीय मंत्री कैलाश शर्मा का कहना है कि किसानों के साथ अगले दौर की बातचीत की तैयारी हो रही है. इस मसले का हल बातचीत से ही निकलेगा.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सहित अन्य विपक्षी दल नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों में भ्रम फैलाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं लेकिन देश का किसान इनके बहकावे में आने वाला नहीं है.
केंद्र के नये कृषि कानूनों को "हर तरह से अन्नदाताओं के हित में" बताते हुए केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने आंदोलनरत किसानों से सोमवार को अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त करे सरकार से चर्चा की राह पर आगे बढ़ने की अपील की.
केन्द्र द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के प्रति जन जागरुकता लाने के लिए भाजपा मध्यप्रदेश में मंगलवार से संभागीय स्तर पर दो दिवसीय किसान सम्मेलन आयोजित करेगी और उसके बाद जिले, मंडल एवं गांव-गांव में चौपाल लगाएगी.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कहा कि किसानों के साथ वार्ता की अगली तारीख तय करने के लिए सरकार उनसे संपर्क में है. गौरतलब है कि किसान यूनियनों ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन तेज कर दिया है और उन्होंने सोमवार को एक दिन की भूख हड़ताल की. तोमर ने कहा, ''बैठक निश्चित रूप से होगी. हम किसानों के साथ संपर्क में हैं.''
देशभर से आये अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने आज कृषि भवन में मुलाकात कर नए कृषि कानूनों के समर्थन में ज्ञापन दिया।#FarmersWithModi pic.twitter.com/1BUvmulZLf
- Narendra Singh Tomar (@nstomar) December 14, 2020
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने सोमवार को कहा कि सुधारों से जुड़े कदम राष्ट्रीय स्तर पर सहमति बनाकर उठाये जाने चाहिए तथा मौजूदा समय में चल रहे किसानों के आंदोलन के मामले में सरकार को बातचीत के जरिए हल निकालना चाहिए.
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी बंद रखा. किसान राजस्थान के अलवर जिले के शाहजहांपुर में जमे हैं वहीं राजस्थान से दिल्ली को कूच रहे किसानों को राजस्थान हरियाणा सीमा पर हरियाणा पुलिस ने रोक दिया.
किसान प्रदर्शन और अनशन के बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों की आड़ में कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार जब किसी भी सेक्टर में किसी के भी खिलाफ नहीं है, तो यह सरकार किसानों के खिलाफ कैसे हो सकती है?
किसानों की आड़ में कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं।
- Narendra Singh Tomar (@nstomar) December 14, 2020
माननीय श्री @narendramodi जी की सरकार जब किसी भी सेक्टर में किसी के भी खिलाफ नहीं है, तो यह सरकार किसानों के खिलाफ कैसे हो सकती है ?#FarmerBills2020 #FarmersWithModi pic.twitter.com/0VOJpO3YX2
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा, "आम आदमी पार्टी पहले दिन से किसानों के आंदोलन के समर्थन में है. हमने दिल्ली में स्टेडियम को जेल बनने से रोका, किसानों की सेवा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री को हाउस अरेस्ट किया गया लेकिन हमारी लड़ाई और समर्थन जारी रहेगा."
आम आदमी पार्टी पहले दिन से किसानों के आंदोलन के समर्थन में है। हमने दिल्ली में स्टेडियम को जेल बनने से रोका, किसानों की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को हाउस अरेस्ट किया गया लेकिन हमारी लड़ाई और समर्थन जारी रहेगा: गोपाल राय, दिल्ली सरकार में मंत्री #FarmersProtest https://t.co/A84g1DCL2s pic.twitter.com/OgP4i2nH0e
- ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कृषि कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन ने बुलंदशहर में कलेक्टर ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
उत्तर प्रदेश: कृषि कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन ने बुलंदशहर में कलेक्टर ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। #FarmersProtests pic.twitter.com/HX8yVwkfqV
- ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2020
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, कृषि कानून पर कुछ किसान कृषि भवन में एक बजे कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलेंगे.
Govt is misleading everyone on MSP. Home Minister Amit Shah replied to us during 8th Dec meet that they can't buy all 23 crops at MSP as its costs Rs 17 lakhs crores. : Gurnam Singh Chaduni, President, Bhartiya Kisan Union (Haryana) pic.twitter.com/yUVc9xo1kK
- ANI (@ANI) December 14, 2020
केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता भूख हड़ताल कर रहे हैं. किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े रहे हैं.
सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता कृषि कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे हैं। #FarmersProtests pic.twitter.com/1ByJtefjRp
- ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2020
Rajasthan: Sit-in protest at Shahjahanpur near Jaisinghpur-Khera border (Rajasthan-Haryana) continues for the second day today; security personnel remain deployed#FarmLaws pic.twitter.com/aU4WixG4FD
- ANI (@ANI) December 14, 2020
Ghazipur border is closed for traffic coming from Ghaziabad to Delhi due to farmers' protests. People are advised to take an alternate route for coming to Delhi via Anand Vihar, DND, Chilla, Apsara & Bhopra borders: Delhi Traffic Police
- ANI (@ANI) December 14, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत समेत किसान नेता भूख हड़ताल पर बैठे हैं. यह भूख हड़ताल सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होगी. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन 17वें दिन में प्रवेश कर गया.
Delhi: Farmers' leaders including Rakesh Tikait of Bharatiya Kisan Union sit on a hunger strike from 8 am-5 pm at Ghazipur (Delhi-UP border), where the protest entered day 17 today. pic.twitter.com/I2Zkdhxvav
- ANI (@ANI) December 14, 2020