Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में करीब तीन हफ्ते से भर्ती दो वर्षीय फलक सांस लेने में तकलीफ के कारण अभी तक वेंटिलेटर पर है।
बच्ची की हालत में सुधार के संकेत दिखने के कारण शुक्रवार शाम को उसका वेंटिलेटर हटा दिया गया था। लेकिन सांस लेने में समस्या के कारण उसे फिर से रात को वेंटीलेटर पर रखना पड़ा। फलक को 18 जनवरी को एक किशोरी द्वारा एम्स लाया गया। उस वक्त बुरी तरह से घायल फलक के शरीर पर इंसान के काटने के निशान और सिर की हड्डी टूटी हुई थी। खुद को फलक की मां बताने वाली किशोरी अब बाल सुधार गृह में है। इस मामले में अब तक प्रमुख आरोपी राजकुमार सहित नौ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
बच्ची की हालत पर नजर रख रहे चिकित्सकों की टीम ने बताया कि उसके सीने एवं रक्त में संक्रमण कम हो गया है लेकिन मस्तिष्क में संक्रमण बना हुआ है। फलक के अबतक तीन ऑपरेशन हो चुके हैं। अग्रवाल ने कहा, "उसकी हालत स्थिर लेकिन लगातार नाजुक बनी हुई है।"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं