
फेसबुक के 5 करोड़ यूज़र्स के डेटा लीक से उठा तूफ़ान भारत भी पहुंच गया है
- फेसबुक के 5 करोड़ यूज़र्स के डेटा लीक से उठा तूफ़ान भारत तक पहुंच गया
- कैंब्रिज एनालिटिका को भारत में भी चुनावों से जोड़ने की तैयारी है
- कैंब्रिज एनालिटिका ट्रंप के चुनाव प्रचार में शामिल रही है
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वहींं कांग्रेस ने दो टूक शब्दों में इस बात का खंडन किया है. पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने साफ किया कि कांग्रेस का कैंब्रिज एनालिटिका से कभी कोई संबंध नहीं रहा है. यही नहीं कांग्रेस ने अपनी मीडिया ब्रीफिंग में बीजेपी पर ही इल्ज़ाम लगाया कि उसने 2010 में कैंब्रिज एनालिटिका की मदद ली. ये दिलचस्प है कि बुधवार सुबह तक ओबीआई की साइट पर कांग्रेस-बीजेपी दोनों के निशान थे, मगर शाम होते-होते साइट बंद मिली.
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भारत की राजनीति से कैंब्रिज एनालिटिका का नाता
वैसे कैंब्रिज एनालिटिका की मूल कंपनी Strategic Communication Laboratories भारत में सक्रिय रही है और इनके साथ जुड़े अमरीश त्यागी बताते हैं कि उन लोगों ने कई चुनावों में कांग्रेस ही नहीं, बीजेपी और जेडीयू के लिए भी काम किया है. इस दौरान भारत में कभी फेसबुक डेटा का इस्तेमाल नहीं किया. ओबीआई के प्रमुख अमरीश त्यागी ने एनडीटीवी से कहा कि मैंने 2012 के यूपी विधान सभा चुनावों के दौरान बीजेपी के लिए काम किया. 2011-12 के दौरान झारखंड में यूथ कांग्रेस के लिए काम किया.फिर 2015 में बिहार चुनावों के दौरान जेडीयू के लिए काम किया.मैंने स्वतंत्र उम्मीदवारों के लिए भी काम किया है और न्यूज़ चैनलों के लिए ओपिनियन पोल भी किया है. इन सब के बीच दुनियाभर में फेसबुक के करोड़ों एकाउंट होल्डरों से जुड़ी व्यक्तिगत और गोपनीय जानकारी लीक होने के मामले को लेकर संसद में भी चिंता बढ़ती जा रही है.
VIDEO: डाटा लीक मामले में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू.
कुछ सांसद मानते हैं कि सोशल मीडिया डेटा चौरी करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के लिए बेहद ज़रूरी है कि सरकार नया कानून बनाने पर गंभीरता से विचार करे. एनसीपी के नेता तारिक अनवर ने एनडीटीवी से कहा कि आधार की तरह अब सोशल मीडिया से डाटा चोरी के मामले गंभीर सामने आ रहे हैं.और सरकार को दोषियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के लिए नया कानून बनाने पर विचार करना चाहिए.
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