भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया मंगलवार से शुरू हो रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास मालाबार-2020 (Malabar 2020) के लिए साथ जुटे हैं. यह अभ्यास बंगाल की खाड़ी में इस महीने दो चरणों में होगा. अभ्यास में भाग ले रही नौसेनाएं भारत-प्रशांत क्षेत्र के चार लोकतंत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगी. इस युद्धाभ्यास के 24वें संस्करण को क्षेत्र में चीनी सेना और उसका प्रभाव कम करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है.तिब्बत में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनातनी के बीच इस साल हो रहे मालाबार युद्धाभ्यास का खास महत्व होगा क्योंकि 13 सालों के बाद इसमें ऑस्ट्रेलिया की वापसी हो रही है, जो चीन के बढ़ते आक्रामक रुख के प्रतिरोध का संकेत देगा.
भारतीय नौसेना के युद्धपोत से दागी गई एंटी शिप मिसाइल, बंगाल की खाड़ी में लगाया सटीक निशाना
देखें VIDEO: अरब सागर में जारी नौसैनिक अभ्यास के दौरान मिसाइल ने डुबोया पुराना पोत
एक प्रेस रिलीज के अनुसार, ‘मालाबार नौसेना अभ्यास' दो चरणों में होगा. पहला चरण विशाखापट्टनम में 3 नवंबर से 6 नवंबर के बीच होगा जिसमें भारतीय नौसेना, अमेरिकी नौसेना, जापान मैरिटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (JMSDF), और रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी (RAN) शिरकत करेंगे. इसमें हिस्सा लेने वाले प्रमुख जहाजों में यूएसएस जॉन मैक्केन (गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर), हर मजेस्टीज ऑस्ट्रेलियन शिप (HMAS), MH-60 हेलीकॉप्टर से लैस बालार्ट (लंबी दूरी की क्षमता वाले फ्रिगेट) और SH-60 हेलीकॉप्टर से लैस जापानी नौसेना की ओनामी (डिस्ट्रॉयर) शामिल हैं.
PIB द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, भारतीय नौसेना का नेतृत्व रीयर एडमिरल संजय वात्यायन करेंगे जो कि इस्टर्न फ्लीट के ऑफिसर कमांडिंग हैं. इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की तरफ सेम डिस्ट्रॉयर रणविजय, फ्रिगेट शिवालिक, पेट्रोल वेसल सुकन्या, फ्लीट सपोर्ट शिप शक्ति और सिंधुराज पनडुब्बी शामिल हैं. साथ ही एडवांस जेट ट्रेनर हॉक, लंबी दूरी तक समुद्र में पेट्रोल करने वाला विमान P-8I, डॉर्नियर विमान और हेलीकॉप्टर भी इसका हिस्सा होंगे.
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर (नौसैनिकों के बीच) यह अभ्यास गैर संपर्क वाला और सिर्फ समुद्र में ही होगा लेकिन इस दौरान फ्रेंडली नेवी के बीच उच्च स्तर का तालमेल और समन्वय देखने को मिलेगा. संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान, सरफेर, एंटी सबमैरीन और एंटी एयर वारफेयर ऑपरेशंस, क्रॉस डेक फ्लाइंग और वेपन फायरिंग एक्सरसाइज की शामिल होगी. मालाबार-2020 का दूसरा चरण नवंबर माह के मध्य में अरब सागर में प्रस्तावित है.
चीन से तनाव के बीच एक्शन में DRDO, 35 दिनों में 9 मिसाइलों का सफल परीक्षण
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं