नई दिल्ली:
सरकार ने बुधवार को कहा कि विदेशों में और विशेष रूप से शत्रु देशों में स्थित गैर सरकारी संगठन आतंकवादियों को धन मुहैया कराने के एक प्रमुख स्रोत माने जाते हैं। गृह राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने राज्यसभा में बताया कि उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार, ऐसे देश जो भारत के खिलाफ काम करने वाले आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध कराते हैं, उन देशों के संगठन तथा न्यास आतंकवादी वित्त पोषण का एक प्रमुख जरिया समझे जाते हैं। उन्होंने कहा कि कई विदेशी धर्मार्थ न्यासों तथा एनजीओ की संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठनों को वित्त मुहैया कराने में उनकी कथित भूमिका के लिए पहचान की है।