मुस्लिम मतदाताओं से अपील को लेकर चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को भेजा नोटिस

ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि वो अपने वोट को विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच बंटने न दें. शिकायत के मुताबिक, उन्होंने सांप्रदायिक आधार पर टीएमसी के लिए वोट मांगे थे. चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है.

मुस्लिम मतदाताओं से अपील को लेकर चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को भेजा नोटिस

Mamata Banerjee को Election Commission Notice का 48 घंटे में जवाब देना होगा

नई दिल्ली:

West Bengal assembly election 2021: मुस्लिम मतदाताओं (Bengal Muslim Voters) से अपील को लेकरचुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को नोटिस भेजा है.चुनाव आयोग (Election Commission) ने बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को उनके 3 अप्रैल को दिए गए बयान पर जवाब मांगा है. इस बयान में ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि वो अपने वोट को विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच बंटने न दें. शिकायत के मुताबिक, उन्होंने सांप्रदायिक आधार पर टीएमसी के लिए वोट मांगे थे. चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा है.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने रविवार को एक चुनावी रैली में मुस्लिम मतदाताओं को बीजेपी को लेकर सावधान किया था. ममता ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और अब्बास सिद्दीकी के इंडियन सेकुलर फ्रंट की बजाय टीएमसी के पक्ष में एकजुट होकर मतदान करने की अपील की थी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल के कूचबिहार में अपनी रैली के दौरान ममता बनर्जी पर हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट मांगने का आरोप लगाया था.

पीएम मोदी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ममता बनर्जी पर करारा हमला बोलने के साथ दावा किया था कि वोटों का बिखराव ना हो इसके लिए मुसलमानों (Muslim vote) को एकजुट हो जाने की उनकी अपील स्पष्ट करती है कि तृणमूल कांग्रेस विधानसभा चुनाव की जंग हार गई है. प्रधानमंत्री ने दावा किया अगर उन्होंने इसी प्रकार सभी हिन्दुओं को एकजुट हो जाने और भाजपा को मत देने की अपील की होती तो उन्हें निर्वाचन आयोग के आठ-दस नोटिस मिल गए होते और देश भर के अखबारों में उनके खिलाफ संपादकीय छप जाते. पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रकार की अपील कर ममता बनर्जी ने ‘सेल्फ गोल' कर लिया है और साथ ही यह स्वीकार कर लिया है कि वह चुनाव हार चुकी हैं. 

ममता बनर्जी इससे पहले चुनावी रैली के दौरान अपना गोत्र बताने को लेकर भी विवादों में घिर चुकी हैं. ममता ने कहा था कि त्रिपुरा में एक मंदिर में दर्शन के दौरान उनसे पुजारी ने उनका गोत्र पूछा तो उन्होंने अपना गोत्र मां, मांटी मानुष बताया था. हालांकि ममता बनर्जी ने कहा, आज मैं आपको बताती हूं कि मेरा गोत्र शांडिल्य है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अपनी चुनावी जनसभा के दौरान मंत्रोच्चार करने, कलमा पढ़ने को लेकर लगातार विपक्षी दलों के निशाने पर रही हैं. बीजेपी के जय श्री राम कार्ड को बेअसर करने के लिए ममता लगातार जहां भी जनसभा करती हैं, वहां के प्रसिद्ध मंदिर में जाकर दर्शन करना नहीं भूलतीं. नंदीग्राम में जब लोगों के बीच रोडशो के दौरान वो घायल हो गई थीं तो उन्होंने इसे साजिश बताया था, लेकिन बाद में सामने आया कि यह महज एक हादसा था. 

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