
गौरी लंकेश (फाइल फोटो)
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कहा- हिंदुत्व राजनीति की मुखर आलोचक थीं गौरी लंकेश
मुख्य मुद्दों पर निर्भीक होकर अपने विचार रखती रहीं
लोकतंत्र में असंतोष लोगों के लिए अशुभ संकेत
हिंदुत्व राजनीति की मुखर आलोचक रही गौरी कन्नड़ पत्रिका ‘गौरी लंकेश पत्रिका’ के साथ-साथ अन्य पत्र-पत्रिकाओं में मुख्य मुद्दों पर ‘‘निर्भीक’’ होकर अपने विचार रखती रही हैं. वह इस पत्रिका का संपादन भी करती थीं.
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एडिटर्स गिल्ड ने एक बयान में कहा, ‘‘द एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया गौरी लंकेश की हत्या से काफी स्तब्ध है और इसकी कड़ी निंदा करती है. उनकी हत्या लोकतंत्र में असंतोष लोगों के लिए अशुभ संकेत है और प्रेस की आजादी पर क्रूर हमला है.’’ संस्था यह मांग करती है कि कर्नाटक सरकार हत्या की न्यायिक जांच गठित करने के अलावा दोषियों को पकड़ने के लिए तत्परता से कार्रवाई करें.
VIDEO : निष्पक्ष जांच की मांग
55 वर्षीय कन्नड़ पत्रकार की कल बेंगलुरू के राज राजेश्वरी नगर में उनके घर के गेट पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
(इनपुट एजेंसियों से)
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