
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ के सांसद वीरेंद्र कुमार छह बार सांसद चुने गए, और अब मंत्री बनाए गए हैं.
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वीरेंद्र कुमार आरएसएस में कई वर्षों तक सक्रिय कार्यकर्ता रहे
संसद की स्टेंडिंग कमेटी के सदस्य हैं वीरेंद्र कुमार
सादगी से रहने वाले वीरेंद्र कुमार बीजेपी पदाधिकारियों के चहेते
दलित समुदाय से आने वाले वीरेंद्र कुमार बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. वे पिछले लोकसभा चुनाव में छठी बार सांसद चुने गए. मध्य प्रदेश के सागर शहर में 27 फरवरी 1954 को जन्मे वीरेंद्र कुमार सन 1996 में 11वीं लोकसभा के लिए सागर संसदीय सीट से पहली बार सांसद चुने गए थे. इसके बाद 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा में भी उन्होंने सागर का प्रतिनिधित्व किया. लोकसभा क्षेत्रों का नया परिसीमन होने के बाद 15वीं और 16वीं लोकसभा के लिए टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र से चुने गए.
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वीरेंद्र कुमार संसद की स्टेंडिंग कमेटी के सदस्य हैं. उन्होंने अर्थशास्त्र में एमए और बाल श्रम संबंधी विषय पर पीएचडी की है. सागर का प्रतिनिधित्व करते हुए वीरेंद्र कुमार सागर के कलेक्ट्रेट परिसर में नियमित रूप से जनता दरबार लगाकर आम लोगों की समस्याएं सुलझाते रहे हैं. इससे उनको अपार लोकप्रियता मिली. अत्यंत सादगी से रहने वाले वीरेंद्र कुमार बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के भी चहेते हैं. मध्यप्रदेश के वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार उनके बहनोई हैं.
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