पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) बुधवार (18 फरवरी) की शाम राजधानी चंडीगढ़ में किसानों के विरोध-प्रदर्शन (Farmers Protest) स्थल पर पहुंचे और किसानों से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार को चेताया कि वो किसानों के आंदोलन को हल्के में न ले. किसानों के धरना स्थल का दौरा करने के बाद अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर उसका वीडियो साझा किया है और केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की अपील की है.
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "सभी आयु वर्ग के लोग इन किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ पूरे भारत में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आज शाम मैं पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के मटका चौक पर कुछ नागरिकों के साथ इसमें शामिल हुआ. मैं फिर से केंद्र सरकार से इस विरोध को हल्के में नहीं लेने और इन कानूनों को रद्द करने की अपील करता हूं."
People of all age groups are protesting across India against these anti-farmer laws. This evening I joined some citizens at Matka Chowk in Punjab's capital Chandigarh. Again appeal to the Centre to not take this protest lightly and to repeal these laws. pic.twitter.com/d92v9G6gX4
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) February 17, 2021
Rail Roko Andolan Live : आज किसानों का रेल रोको आंदोलन, ये हैं संवेदनशील रूट
पंजाब में किसान कई महीनों से तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. पिछले साल नवंबर में, राज्य के हजारों किसानों ने दिल्ली तक मार्च किया था. पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के किसान- खासकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसान- भी इस आंदोलन से जुड़े हुए हैं और सभी दिल्ली की तीन सीमाओं - सिंघू, टिकरी और गाजियाबाद बॉर्डर पर ढाई महीनों से डेरा डाले हुए हैं.
BJP किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजकुमार चाहर बोले- दूर करेंगे कृषि कानूनों पर फैला भ्रम
40 किसान संगठनों की अगुवाई में आंदोलन कर रहे किसान केंद्र सरकार से तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी अधिकार बनाने की मांग कर रहे हैं. किसानों को डर सता रहा है कि नए कृषि कानून से कॉरपोरेट घराने उनका शोषण करेंगे और एमएसपी से भी हाथ धोना पड़ सकता है. पंजाब के सीएम किसान आंदोलन का समर्थन करते रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं