भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ने पार्टी को अति आत्मविश्वासी नहीं होने को लेकर सचेत करते हुए कहा कि इसी अति आत्मविश्वास की वजह से हम 2004 का लोकसभा चुनाव हारे थे।
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक के अपने समापन भाषण में आडवाणी ने साथ ही यह भी कहा कि पार्टी को एक दशक बाद सत्ता हासिल करने के प्रयासों में ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए।
उन्होंने कहा, '2004 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार की एक वजह उसका अति आत्मविश्वास था। हमें अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए और कठिन परिश्रम में किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए।'
इसके साथ ही आडवाणी ने कहा कि वह चाहते हैं कि मुस्लिम समुदाय में भाजपा के प्रति अविश्वास को दूर किया जाए। उन्होंने कहा, 'वे जानते हैं कि उनका इस्तेमाल वोट बैंक के लिए किया गया है और किसी ने भी उनके लिए कुछ नहीं किया। हमारी पार्टी एकात्म मानववाद में विश्वास करती है..हम भाषा, जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते। जो अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक की बात करते हैं, वह वे लोग हैं जो उनका वोट चाहते हैं। हम हर किसी के लिए काम करना चाहते हैं।'
यह कहते हुए कि इससे पहले पार्टी को इतना आत्मविश्वास से लबरेज कभी नहीं देखा था, आडवाणी ने राजनाथ सिंह को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी का प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी घोषित करने के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, 'हम पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को उनके इस विश्वास के लिए कि हम लोकसभा में बहुमत हासिल करेंगे और मोदी को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं।'
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