प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो.
नई दिल्ली:
तमिलनाडु के अहम राजनीतिक दल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख एमके स्टालिन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर तंज कसते हुये उन्हें ''अनिवासी प्रधानमंत्री'' बताया और कहा कि वह समाजवाद, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को नापसंद करते हैं. अगस्त में द्रमुक की बागडोर संभालने के बाद से ही स्टालिन केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कड़े हमले करते हुए नजर आ रहे हैं. स्टालिन ने कहा, ‘‘ मोदी समाजवाद, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को पसंद नहीं करते. उनकी पसंद अडानी और अंबानी (उद्योगपति) हैं. हमने अनिवासी भारतीयों के बारे में तो सुना है, लेकिन मोदी अनिवासी प्रधानमंत्री हैं.
द्रमुक प्रमुख ने कहा उन्हें मोदी की ‘‘ 84 विदेश यात्राओं'' को लेकर चिंता नहीं हैं बशर्ते ये ‘‘परिणाम परक और राष्ट्र के लिए सम्मान का कारण बनतीं.'' उन्होंने कहा कि इससे केवल करोड़ों रूपये की बर्बादी ही हुई है. स्टालिन ने राज्य में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) पर आरोप लगाया कि वह केंद्र के प्रति सिर झुकाए रखने की प्रवृत्ति को अपनाए हुये हैं चाहे वह राज्य में मेडिकल प्रवेश परीक्षा ''नीट का मामला हो या फिर हिंदी थोपने का''. हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट नहीं किया कि तमिलनाडु में किस तरह से हिंदी थोपी जा रही है. उन्होंने दोहराया कि उन्हें इस बात पर कोई अचरज नहीं होगा अगर राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ करवा दिये जायें.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
द्रमुक प्रमुख ने कहा उन्हें मोदी की ‘‘ 84 विदेश यात्राओं'' को लेकर चिंता नहीं हैं बशर्ते ये ‘‘परिणाम परक और राष्ट्र के लिए सम्मान का कारण बनतीं.'' उन्होंने कहा कि इससे केवल करोड़ों रूपये की बर्बादी ही हुई है. स्टालिन ने राज्य में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) पर आरोप लगाया कि वह केंद्र के प्रति सिर झुकाए रखने की प्रवृत्ति को अपनाए हुये हैं चाहे वह राज्य में मेडिकल प्रवेश परीक्षा ''नीट का मामला हो या फिर हिंदी थोपने का''. हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट नहीं किया कि तमिलनाडु में किस तरह से हिंदी थोपी जा रही है. उन्होंने दोहराया कि उन्हें इस बात पर कोई अचरज नहीं होगा अगर राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ करवा दिये जायें.
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