नई दिल्ली:
पार्टी से मिली झिड़की की परवाह न करते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के बारे में दिए गए अपने बयान के ‘एक-एक शब्द’ पर कायम हैं।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ममता के व्यवहार को उन्होंने ‘अपरिपक्व’ और ‘अनिश्चित’ करार दिया था। उनसे पूछा गया कि क्या वह अपनी टिप्पणियों पर कायम हैं, दिग्विजय ने कहा, ‘मैंने जो कुछ भी कहा उसके एक-एक शब्द पर मैं कायम हूं।’
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस के साथ सहनशीलता की सीमा पार कर चुकी है, उनका जवाब ना में था।
कांग्रेस नेता ने एनडीटीवी को कहा कि बनर्जी का मनमोहन सिंह को राष्ट्रपति के अपने पसंद के तौर पर सूझाना निश्चय ही प्रधानमंत्री के लिए शर्मिंदगी की वजह थी... और बहुत हद तक यह पार्टी के लिए था।
पार्टी के प. बंगाल के प्रभारी शकील अहमद ने दिग्विजय सिंह के ताजा बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘वह वरिष्ठ नेता हैं। मैं इस पर टिप्पणी करना नहीं चाहता।’
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ममता के व्यवहार को उन्होंने ‘अपरिपक्व’ और ‘अनिश्चित’ करार दिया था। उनसे पूछा गया कि क्या वह अपनी टिप्पणियों पर कायम हैं, दिग्विजय ने कहा, ‘मैंने जो कुछ भी कहा उसके एक-एक शब्द पर मैं कायम हूं।’
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस के साथ सहनशीलता की सीमा पार कर चुकी है, उनका जवाब ना में था।
कांग्रेस नेता ने एनडीटीवी को कहा कि बनर्जी का मनमोहन सिंह को राष्ट्रपति के अपने पसंद के तौर पर सूझाना निश्चय ही प्रधानमंत्री के लिए शर्मिंदगी की वजह थी... और बहुत हद तक यह पार्टी के लिए था।
पार्टी के प. बंगाल के प्रभारी शकील अहमद ने दिग्विजय सिंह के ताजा बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘वह वरिष्ठ नेता हैं। मैं इस पर टिप्पणी करना नहीं चाहता।’
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