नई दिल्ली:
हरियाणा के बल्लभगढ़ में दलित बच्चों की जलाकर हत्या के मामले में विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह के बेतुके बोल और गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू द्वारा उत्तर भारतीय को लेकर दिए बयान पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इन दोनों नेताओं को सावधान रहने की नसीहत दी है। राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम बस इतना कह कर नहीं बच सकते कि बयान की गलत व्याख्या की गई है। हालांकि राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि वीके सिंह और किरण रिजिजू दोनों ने ही अपनी सफाई दे दी है।
राजनाथ ने दी पार्टी नेताओं को नसीहत
राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम सबको यह एहसास होना चाहिए कि हम सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता हैं, कोई भी बयान देने समय हमें सजग रहने की जरूरत है। हम कोई बयान देने से पहले यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि इस गलत व्याख्या की कोई संभावना नहीं रहे। हम यह कर नहीं बच सकते कि इसकी गलत व्याख्या हुई है, हम सबको स्वयं सावधानी से बात रखनी पड़ेगी।' इस साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात की है। उन्होंने मामले का संज्ञान लिया है और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। (पढ़ें- वीके सिंह के बेतुके बोल)
मीडिया पर भड़के धर्मेंद प्रधान
वहीं इस मामले में बीजेपी ने मीडिया पर एनडीए के सहयोगी में फूट डालने का आरोप लगाया है। इस मुद्दे पर एनडीए के सहयोगी जीतनराम मांझी की टिप्पणी के बाद बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, लोकतंत्र में किसी भी तरह की अभ्रदता गलत है और वीके सिंह ने खुद इसपर अपनी गलती स्वीकार की है। कृप्या इस तरह की बहस में अपने विचार मत डालिये।
बिहार की राजनीति पर प्रभाव
वहीं जीतनराम मांझी की टिप्पणी को लेकर जब उनसे पूछा गया कि इसका बिहार की राजनीति पर प्रभाव पड़ेगा, तो उन्होंने कहा, 'बिल्कुल नहीं... लोग भूले नहीं हैं कि नीतीश कुमार ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया था। पटना में 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर उनके रहने के दौरान आम और लीची को लेकर हुए विवाद को कोई भूला नहीं है।'
आपको बता दें कि बीजेपी के सहयोगी जीतन राम मांझी ने भी इस मामले में वीके सिंह को आड़े हाथों लिया था। मांझी ने वीके सिंह की आलोचना करते हुआ कहा कि उनकी सोच सामंतवादी है और उनके बयान की जितनी भी निंदा की जाए कम है। (पढ़ें - वीके सिंह को लेकर क्या-क्या बोले मांझी)
वी.के. सिंह के बचाव में आई भाजपा
फरीदाबाद में दलित बच्चों को जलाकर जान से मार डालने की घटना पर 'कुत्ते' वाली टिप्पणी करने पर केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह के खिलाफ विपक्षी पार्टियों की ओर से किए जा रहे हमलों के बीच भाजपा ने उनके बचाव में कहा कि मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए, क्योंकि सिंह पहले ही घटना की निंदा कर चुके हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकारों से कहा, 'जहां तक वी.के. सिंह जी के बयान का सवाल है, उन्होंने खुद इस पर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। उनका कभी भी वह मतलब नहीं था जो मीडिया में दिखाया जा रहा है। फरीदाबाद में जो घटना हुई, वह उसकी निंदा करते हैं.....मेरा मानना है कि हमें चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए।'
राजनाथ ने दी पार्टी नेताओं को नसीहत
राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम सबको यह एहसास होना चाहिए कि हम सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता हैं, कोई भी बयान देने समय हमें सजग रहने की जरूरत है। हम कोई बयान देने से पहले यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि इस गलत व्याख्या की कोई संभावना नहीं रहे। हम यह कर नहीं बच सकते कि इसकी गलत व्याख्या हुई है, हम सबको स्वयं सावधानी से बात रखनी पड़ेगी।' इस साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात की है। उन्होंने मामले का संज्ञान लिया है और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। (पढ़ें- वीके सिंह के बेतुके बोल)
मीडिया पर भड़के धर्मेंद प्रधान
वहीं इस मामले में बीजेपी ने मीडिया पर एनडीए के सहयोगी में फूट डालने का आरोप लगाया है। इस मुद्दे पर एनडीए के सहयोगी जीतनराम मांझी की टिप्पणी के बाद बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान ने मीडिया पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, लोकतंत्र में किसी भी तरह की अभ्रदता गलत है और वीके सिंह ने खुद इसपर अपनी गलती स्वीकार की है। कृप्या इस तरह की बहस में अपने विचार मत डालिये।
बिहार की राजनीति पर प्रभाव
वहीं जीतनराम मांझी की टिप्पणी को लेकर जब उनसे पूछा गया कि इसका बिहार की राजनीति पर प्रभाव पड़ेगा, तो उन्होंने कहा, 'बिल्कुल नहीं... लोग भूले नहीं हैं कि नीतीश कुमार ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया था। पटना में 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर उनके रहने के दौरान आम और लीची को लेकर हुए विवाद को कोई भूला नहीं है।'
आपको बता दें कि बीजेपी के सहयोगी जीतन राम मांझी ने भी इस मामले में वीके सिंह को आड़े हाथों लिया था। मांझी ने वीके सिंह की आलोचना करते हुआ कहा कि उनकी सोच सामंतवादी है और उनके बयान की जितनी भी निंदा की जाए कम है। (पढ़ें - वीके सिंह को लेकर क्या-क्या बोले मांझी)
वी.के. सिंह के बचाव में आई भाजपा
फरीदाबाद में दलित बच्चों को जलाकर जान से मार डालने की घटना पर 'कुत्ते' वाली टिप्पणी करने पर केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह के खिलाफ विपक्षी पार्टियों की ओर से किए जा रहे हमलों के बीच भाजपा ने उनके बचाव में कहा कि मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए, क्योंकि सिंह पहले ही घटना की निंदा कर चुके हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकारों से कहा, 'जहां तक वी.के. सिंह जी के बयान का सवाल है, उन्होंने खुद इस पर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। उनका कभी भी वह मतलब नहीं था जो मीडिया में दिखाया जा रहा है। फरीदाबाद में जो घटना हुई, वह उसकी निंदा करते हैं.....मेरा मानना है कि हमें चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
हरियाणा, बल्लभगढ़, विदेश मंत्री वीके सिंह, धर्मेंद प्रधान, जीतनराम मांझी, राजनाथ सिंह, Haryana, Dalit Killings, VK Singh, Dharmendra Pradhan, दलित की पिटाई, Rajnath Singh